Bihar News
बिहार : कटिहार में पुरुषों की अपेक्षा महिला पुलिसकर्मी वर्दी में रहती है चुस्त-दुरुस्त।
बिहार। कटिहार ज़िले में पूर्व में पुलिसकर्मियों को विभागीय स्तर से वर्दी मुहैया कराया जाता था। राज्य में वर्दी घोटाला सामने आने के बाद पुलिस मुख्यालय द्वारा वर्दी के लिए वर्ष में एक बार भत्ता देने की शुरूआत की गई। पुलिसकर्मियों को 10 हजार रुपये सालाना वर्दी भत्ता के रूप में भुगतान किया जाता है। हाल के दिनों में बिहार पुलिस में महिला पुलिसकर्मियों की बड़ी संख्या में बहाली हुई है।
वहीं वर्दी भत्ता मिलने के बाद ब्रांडेड कंपनी द्वारा टेरीकाट के वर्दी से संबंधित कपड़े बनाए जाने लगे। कई शहरों में पुलिस और सुरक्षाकर्मियों की वर्दी से संबंधित दुकानें भी खुल गई है। ब्रांडेड कंपनियों के कपड़ों से वर्दी बनाने का क्रेज भी बढ़ा है, लेकिन पुरूष पुलिसकर्मियों में अब भी वर्दी को लेकर संजीदगी का अभाव देखा जा रहा है।
वहीं इसकी अपेक्षा महिला पुलिसकर्मी वर्दी में न सिर्फ चुस्त दुरूस्त रहती हैं बल्कि उत्साह के साथ अपनी ड्यूटी का निर्वहन भी करती है। पुलिस मैन्यूल के तहत वर्दी के मेंटनेंस का पूरा ख्याल रखती हैं। जूते से लेकर टोपीे तक पूरी तरह साफ सुथरा तथा बेल्ट भी सलीके से लगा होता है। वहीं पुरूष पुलिसकर्मी पुराने तरीके से ही वर्दी पहनने मात्र तक की औपचारिकता पूरी करते हैं।
वहीं वरीय अधिकारियों के समक्ष जाने के क्रम में ही पुलिस जवान अपने को वर्दी में चुस्त दुरूस्त दिखाने की कोशिश जरूर करते हैं। कई पुरूष पुलिसकर्मी बेतरतीब तरीके से भी वर्दी में नजर आते हैं। महिला पुलिसकर्मी अपने ड्यूटी के दौरान वर्दी मे नजर आती है।
वहीं महिला पुलिसकर्मी रोशनी कुमारी, चांदनी कुमारी, बेबी कुमारी व प्रियंका कुमारी ने कहा कि ट्रेनिग के दौरान वर्दी, बैज, टोपी , बेल्ट व जूता तक पहनने का प्रशिक्षण दिया जाता है। ट्रेनिग में दिए गए टिप्स का ड्यूटी के दौरान भी बखूबी पालन करती हैं।
वहीं वर्दी की साफ-सफाई व सलीके से आयरन करने पर भी पूरा ध्यान रहता है। महिला पुलिसकर्मियों ने कहा कि वर्दी से लगाव के साथ ही प्यार भी है। वर्दी उन्हें अलग पहचान देने का काम भी करता है।