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Budget 2022 LIVE: बही-खाता लेकर वित्त मंत्रालय से निकलीं निर्मला सीतारमण, राष्ट्रपति से करेंगी मुलाकात

Budget 2022 LIVE: बही-खाता लेकर वित्त मंत्रालय से निकलीं निर्मला सीतारमण, राष्ट्रपति से करेंगी मुलाकात


नई दिल्ली: बजट सत्र 2022 का आज दूसरा दिन है. केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे देश का आम बजट पेश करेंगी. इससे पहले सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वेक्षण 2021-22 को लोकसभा के पटल पर रखा था.Budget 2022 से पहले Share Market में उछालबजट से पहले शेयर बाजार उछाल के साथ खुले हैं. इसमें Sensex 582 पाइंट उठकर 58,597.02 पर पहुंच गया है. वहीं Nifty 156 पाइंट उठकर 17,496 पर पहुंच गया है.Budget 2022 पेश होने से पहले वित्त राज्य मंत्री ने की पूजावित्त राज्य मंत्री भागवत कराड ने आज संसद में आम बजट2022 पेश करने से पहले अपने आवास पर प्रार्थना की.

पूर्वाह्न 11 बजे लोक सभा में वित्त मंत्री निर्मला

 सीतारमण (budget sitharaman lok sabha) वर्ष 2022-23 का आम बजट पेश करेंगी. वित्त मंत्री अपने दिन की शुरुआत सुबह 9 बजे से करेंगी. केंद्रीय मंत्री अपनी टीम के साथ सुबह 9 बजे वित्त मंत्रालय से राष्ट्रपति भवन के लिए रवाना होंगी. वित्त मंत्रालय के महानिदेशक (मीडिया और संचार) के मुताबिक, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मिलने के बाद वित्तमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट को बजट के बारे में संक्षिप्त जानकारी देंगी और उसके बाद संसद के लिए रवाना होंगी


स्थापित परंपराओं के अनुसार, भारत के राष्ट्रपति को सबसे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा बजट प्रावधानों के बारे में जानकारी दी जाती है. यह हमेशा एक प्रथागत बैठक है, क्योंकि राष्ट्रपति केंद्रीय बजट में किसी भी बदलाव का सुझाव नहीं देते हैं, लेकिन आधिकारिक तौर पर संसद में बजट पेश करने से पहले वित्तमंत्री को राष्ट्रपति से अनुमति लेनी पड़ती है. राष्ट्रपति से मिलने के बाद सीतारमण को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाले कैबिनेट से मिलना है और कैबिनेट को बजट के बारे में जानकारी देनी है. वित्त मंत्रालय बजट के बारे में गोपनीयता बनाए रखता है, अपना भाषण पेश करने से पहले वित्तमंत्री बजट प्रावधानों के बारे में गोपनीयता रखने के लिए बाध्य हैं.

मार्च में खत्म होने जा रहे वित्त वर्ष में, एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में 9.2 फीसदी की दर से विस्तार होने का अनुमान है. इससे पहले पिछले वित्त वर्ष में अर्थव्यवस्था में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आई थी. उम्मीद है कि सीतारमण वृद्धि को समर्थन देने के साथ-साथ वित्तीय रूप से सावधान रहते हुए वृद्धि के एजेंडा को बढ़ावा देंगी और इसके लिए अधिक पूंजीगत व्यय की राह अपनाएंगी. इससे निवेश चक्र और रोजगार में तेजी आएगी. इसके साथ ही वित्त मंत्री वित्तीय संरक्षणवादी रुख अपनाएंगी.आधारभूत ढांचा क्षेत्र में सड़क, रेलवे और जल के लिए अधिक आवंटन हो सकता है. छोटे व्यवसायों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के उपाय भी बजट का हिस्सा हो सकते हैं. इस तरह की उम्मीदें की जा रही हैं कि आयकर में छूट की सीमा 2.5 लाख रुपये से बढ़ाई जा सकती है.