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हाथरस : विधानसभा चुनाव में मतदान के दिन माक पोल सर्टिफिकेट लेना हुआ अनिवार्य।
हाथरस। विधानसभा चुनाव को सकुशल एवं निष्पक्षपूर्ण ढंग से संपन्न कराये जाने के दृष्टिगत सेंट फ्रांसिस इंटर कालेज में चल रहे द्वितीय प्रशिक्षण के तीसरे दिन जिला निर्वाचन अधिकारी रमेश रंजन ने प्रशिक्षण कक्ष में जाकर प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे। वहीं पीठासीन, मतदान अधिकारी प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय से माक पोल, चैलेंजिंग वोट, टेंडर वोट, माक पोल सर्टिफिकेशन, वीवीपैट, सीयू, बीयू के कनेक्शन आदि के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी करते हुए सभी कार्मिकों को ईमानदारीपूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करते हुए अपने अपने उत्तरदायित्वों का निर्वहन पूरी जिम्मेदारी से करने के निर्देश दिए।
वहीं जिला निर्वाचन अधिकारी ने पीठासीन अधिकारी एवं मतदान कार्मिकों की अहम भूमिका बताते हुए टीम भावना से निर्विघ्न मतदान सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी निभाने पर जोर देते हुए सभी मतदान कार्मिकों से कहा कि वे मतदान के दिन माक पोल सर्टिफिकेट लेना अनिवार्य है, जिसमें उपस्थित समस्त मतदान कार्मिकों एवं तैनात ऐजेटों के हस्ताक्षर कराना अनिवार्य है।
वहीं इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये यदि अभी कोई शंका है तो उसका निवारण अवश्य कर लें। पीठासीन हैंडबुक मतदान कराने को सभी प्रक्रिया दर्ज है जिसका अध्ययन गहनता पूर्वक कर लें। जिला निर्वाचन अधिकारी ने जिले में स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से मतदान सम्पन्न कराने के लिये प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए।
वहीं मतदान की सभी प्रक्रियाओं के बारे में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित करने के लिये सभी पीठासीन एवं मतदान अधिकारियों को निर्देश दिए और कहा कि मतदान के दौरान वह कोई भी ऐसा कार्य या आचरण न करें जिससे उनकी सत्यनिष्ठा पर उंगली उठ सके। जिला निर्वाचन अधिकारी ने मतदान में पीठासीन अधिकारी की अहम भूमिका बताते हुए।
वहीं उन्हें निर्देश दिए कि वे अपनी जिम्मेदारी की अहमियत को समझकर प्रशिक्षण के दौरान मतदान से संबंधित सभी जरूरी प्रक्रियाओं के बारे में बारीकी से जानकारी हासिल करें ताकि सकुशल मतदान सम्पन्न कराने के लिये उन्हें कोई असुविधा न हो।
वहीं परियोजना निदेशक ने ईवीएम तथा मतदान प्रक्रिया के बारे में भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के बारे में पीठासीन तथा मतदान कार्मिकों को विस्तारपूर्वक जानकारी देते हुए कहा कि सभी मतदान कार्मिक एकजुट होकर पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन सुनिश्चित करें।
वहीं इस महत्वपूर्ण कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरती जाये-इसका खास ध्यान रखें। प्रशिक्षण के दौरान मौजूद पीठासीन अधिकारियों तथा मतदान अधिकारियों ने प्रशिक्षण स्थल पर निर्धारित सुविधा केन्द्र में पोस्टल मतपत्र द्वारा अपने मताधिकार का प्रयोग किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में 63 सामान्य मास्टर ट्रैनर तथा 38 ईवीएम मास्टर ट्रेनर द्वारा मतदान से पूर्व, मतदान के समय तथा मतदान सम्पन्न होने के बाद आवश्यक प्रक्रियाओं के बारे में मतदान कार्मिकों को बिन्दुवार जानकारी दी गई।
वहीं पीठासीन एवं मतदादान कार्मिकों को मतदान दिवस पर पोलिंग बूथ पर पोलिंग एजेंट की तैनाती, मतदान के लिये ईवीएम तैयार कर सील करने, पोलिंग एजेंट की मौजूदगी में मॉकपोल के बाद निर्धारित समय पर मतदान शुरू कराने के अलावा मतदान से संबंधित अन्य जरूरी प्रक्रिया एवं अभिलखों को भरने के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर द्वारा पीठासीन अधिकारियों की शंकाओं का समाधान किया गया।
वहीं पीठासीन एवं मतदान कार्मिकों ने मतदान हेतु ईवीएम तैयार करके सील करने तथा अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं के बारे में रिर्हसल किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी साहित्य प्रकाश मिश्र, जिला विकास अधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी उपस्थित रहे।