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झारखंड : मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना का धनबाद में हाल हुआ बेहाल, वहीं छह करोड़ से अधिक हो गया वापस।

झारखंड : मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना का धनबाद में हाल हुआ बेहाल, वहीं छह करोड़ से अधिक हो गया वापस।


झारखंड। धनबाद जिले के एक हजार से ज्यादा उन युवा बेरोजगारों के लिए बुरी खबर है, जिन्होंने मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि पाने के लिए इस वित्तिय वर्ष में आवेदन दिया था। वहज केवल इतनी है कि श्रम नियोजन एंव प्रशिक्षण विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से इस साल के आवंटित राशि को सरेंडर करना पड़ गया है। 

वहीं जिससे इन युवाओं को इस साल निराशा का सामना करना पड़ेगा। स्थानीय अवर प्रादेशिक नियोजनालय के अधिकारियों की लेट लटीफी से इस योजना की राशि का ससमय वितरण नहीं होने से रांची स्थित मुख्यालय ने युवाओं को दी जानेवाली राशि वापस मंगा ली है। विभाग ने 619 करोड़ रुपये का आवंटन इस वित्तिय साल के लिए इस योजना के तहत जिला को किया था।

वहीं राशि वापस होने से करीब ग्यारह सौ पालीटेक्नीक, आईटीआई, विधवा, दिव्यांग समेत अन्य योग्य बेरोजगार युवाओं के बेहतर जीवन के सपनों को बड़ा झटका लगा है। राज्य सरकार ने इस योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को पांच हजार रुपये तो विधवा, परित्यक्ता, आदिम जनजाति और दिव्यांग युवाओं के लिए साढ़े सात हजार रुपये प्रोत्साहन राशि के तौर पर देने की घोषणा की है। यह राशि एक आवेदक को एक ही बार मिलती है।

वहीं इस साल पुरे राज्य में कुल 72 करोड़ रुपये का आवंटन अवर प्रादेशिक निदेशालयों को किया गया था। लेकिन कुछ जगहों को छोड़ कर अधिकांश जगहों पर ससमय वितरण नहीं होने के कारण मुख्यालय ने सभी जगहों से आवंटित राशि को वापस मंगा लिया है। जिस कारण युवाओं में निराशा का माहौल है। इस योजना के तहत सरकारी आईटीआई, पालीटेक्नीक या अन्य सरकारी व्यवसायिक पाठ्यक्रम से उतीर्ण युवा ही आवेदन कर सकते हैं। 

वहीं शहरी या ग्रामीण बेरोजगार युवाओं के लिए यह योजना शुरू की गई थी। वहीं आईटीआई से पास आउट कुछ युवाओं ने बताया कि उन लोगों ने करीब चार से पांच महीने पहले इसके लिए आवेदन दिया था। उम्मीद थी कि कुछ आर्थिक मदद मिलने से अपने सपनों को नई उचांई देंगे। लेकिन अब इस बारे में पूछे जाने पर संस्थान से कुछ भी स्पष्ट तौर पर नहीें बताया जा रहा है।