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झारखंड: धनबाद में बिन पैसे धनबाद सीएस आफिस में नहीं होता कोई काम, वहीं मृत सफाईकर्मी के परिवार से लिए गए पांच लाख।
धनबाद। चिरकुंडा स्वास्थ्य केंद्र के मृत सफाईकर्मी राजू डोम के स्वजनों से 5 लाख रुपये वसूलने के मामले में 3 सदस्यीय जांच कमेटी ने पूछताछ शुरू कर दी है। इसके साथ ही अनुकंपा पर नौकरी के लिए आवेदन करने के मामले की भी जांच की जा रही है। चिरकुंडा के शब्बीर आलम ने मुख्यमंत्री जन शिकायत कोषांग में धनबाद के सिविल सर्जन कार्यालय के क्लर्क राजाराम प्रसाद सिंह पर घोटाला का आरोप लगाया था।
वहीं क्लर्क पर आरोप है कि नौकरी दिलाने के नाम पर राजू के बेटे बिरजू डोम से 5 लाख रुपये लिए गए। अभी तक उसकी नौकरी नहीं लगी है। कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। जांच के बाद पूरी स्थिति साफ होगी। पहले जांच के लिए 2 सदस्यीय टीम बनी थी। अब तीन सदस्यीय कमेटी जांच शुरू की है।
वहीं पिता की मृत्यु के बाद बिरजू ने अनुकंपा पर नौकरी के लिए आवेदन दिया। बिरजू पढ़ा लिखा नहीं है। उसके मैट्रिक का सर्टिफिकेट फर्स्ट डिवीजन का बनवा दिया गया। पूछताछ में यह बात सामने आ रही है कि बिरजू ने पैसे देकर प्रमाण पत्र हासिल किया। बिरजू का कहना है उसे इसकी जानकारी नहीं है। इस कागजात को क्लर्क ने बनवाया है। पूछताछ के क्रम में यह भी पता चला राजू के मौत के बाद लगभग 23 लाख रुपए स्वजनों को मिले थे। लेकिन इसमें 5 लाख रुपए खर्च का ब्यौरा अभी तक मिल पाया है।
वहीं इधर आरोपी क्लर्क राजाराम प्रसाद ने इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के निदेशक प्रमुख को स्पष्टीकरण का जवाब दिया है। जवाब में उसने बताया है कि उसने पैसे नहीं लिए हैं। हालांकि अभी तीन सदस्यीय डाक्टरों की टीम मामले की जांच कर रही है। जांच करने के बाद ही मामले का पटाक्षेप किया जा सकेगा। शिकायतकर्ता शब्बीर आलम से भी 3 सदस्य टीम पूछताछ करेगी।