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मध्य प्रदेश: भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच की बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेजों पर सिम एक्टिव कर अपराधियों को देने वाले तीन लोगों को धर दबोचा।
मध्य प्रदेश। भोपाल साइबर क्राइम ब्रांच ने फर्जी दस्तावेजों पर 1 हजार से ज्यादा सिम एक्टिव कर साइबर अपराध करने वालों को बेचने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। शिवपुरी के करैरा से गिरफ्तार दो आरोपी पहले फर्जी आधार कार्ड पर टेलीकॉम कंपनी में खुद को पीओएस रजिस्टर्ड कराते। इसके बाद फर्जी दस्तावेजों पर सिम रजिस्ट्रर कर दिल्ली में साइबर अपराधियों को बेचते थे। वहीं तीसरा आरोपी डिलीवरी बॉय का काम करता था।
वहीं जानकारी के अनुसार 16 दिसंबर 2021 को भोपाल के अनिल कुमार शर्मा ने सायबर क्राइम ब्रांच को शिकायत दी। इसमें उन्होंने बताया कि 10 दिसंबर 2021 को एक मोबाइल नंबर से फाेन आया कि आपके एसबीआई क्रेडिट कार्ड डिपार्टमेंट से बात कर रहा हूं। आपके क्रेडिट कार्ड का प्रोटेक्शन प्लान बंद करने के लिए कॉल किया है। कार्ड प्रोटेक्शन प्लान बंद करने के नाम पर आरोपियों ने अनिल शर्मा के एसबीआई क्रेडिट कार्ड का नंबर एवं ओटीपी लेकर 1.16 लाख रुपये की धोखाधड़ी कर ली। इस मामले में अपराध दर्ज कर साइबर क्राइम ब्रांच ने जांच शुरू की।
वहीं दूसरी तरफ़ पुलिस ने तकनीकी एनालिसिस से प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर शिवपुरी के करैरा से तीन आरोपियों हेमंत लोधी, दिलीप गुर्जर और रोहित योगी को गिरफ्तार किया है। हेमंत ने बीएससी की पढ़ाई की है। यह फर्जी दस्तावेजों पर सिम एक्टिव करत था। दिलीप ने आईटीआई की पढ़ाई की है। यह फर्जी दस्तावेजों से सिम एक्टिव कर लापू सिम में एक्टिवेट करवाता था। वहीं, रोहित ने 8वीं तक की पढ़ाई की है। वह कोरियर कंपनी में डिलेवरी बाय और सिमों को सह आरोपियों को साइबर अपराध करने के लिए उपलब्ध करवता था। तीनों आरोपी जिला शिवपुरी के ही रहने वाले है।