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पंजाब : चंडीगढ़ में इलेक्ट्रिक व्हीकल खरीदने पर नहीं रहेगी चार्जिंग की टेंशन।
चंडीगढ़। इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) लेने से पहले कई तरह के सवाल मन में होते हैं। इन वाहनों की राह में दिक्कतों को देखते हुए कुछ तो यह वाहन खरीदने की अपनी इच्छा की ही तिलांजलि दे देते हैं। वह मन मसोस कर पेट्रोल, डीजल से चलने वाला पारंपरिक वाहन खरीद लेते हैं। इनमें सबसे बड़ी दिक्कत और सवाल चार्जिंग को लेकर रहता है।
वहीं लोगों को लगता है कि कहीं चार्जिंग खत्म हुई तो घर कैसे पहुंचेंगे। इस परेशानी का हल करने की तैयारी चंडीगढ़ प्रशासन ने आइटी के माध्यम से कर ली है। अब लोगों को नजदीक का इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग प्वाइंट ढूंढने में मश्क्कत नहीं करनी पड़ेगी। फोन पर क्लिक करते ही नजदीक के चार्जिंग स्टेशन की जानकारी मिल जाएगी।
वहीं इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी का ड्राफ्ट जारी होने के बाद अब सब जगह इसी पर चर्चा हो रही है। चंडीगढ़ रिन्यूअल एनर्जी साइंस एंड टेक्नोलॉजी (क्रेस्ट) ने ड्राफ्ट जारी करने के बाद इसके प्रविधानों के लिए अभी से प्लानिंग शुरू कर दी है। पॉलिसी की नोटिफिकेशन जारी होते ही इसके सभी प्रविधानों को पांच वर्षों में लागू किया जाएगा।
वहीं इसके लिए क्रेस्ट विभिन्न पहलुओं पर काम कर रहा है। सबसे ज्यादा जोर ईवी चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर पर दिया जाएगा। जगह-जगह नए चार्जिंग प्वाइंट बनाने के साथ इनको सुलभ और आसान बनाने पर भी काम दिया जाएगा। मोबाइल एप्लीकेशन बेस्ड आइटी प्लेटफॉर्म तैयार होगा।
वहीं यह पब्लिक चार्जिंग स्टेशन के लिए होगा। प्लेटफार्म के जरिए लोगों को वन स्टॉप सॉल्यूशन मिलेगा। वाहन ऑनर को इस प्लेटफार्म से पता चल जाएगा कि उससे कितनी दूरी पर चार्जिंग प्वाइंट है। किस चार्जिंग स्टेशन पर चार्ज करने के लिए कितने स्लॉट खाली हैं। जिससे उसे चार्जिंग प्वाइंट तक पहुंचने में आसानी होगी। ऐसा इसलिए ताकि वाहन चालक किसी चार्जिंग स्टेशन पर पहुंचे और वहां पहले से ही कोई ईवी चार्ज होने से परेशानी न हो।
वहीं चार्जिंग स्टेशन की रियल टाइम पर टाइम स्लॉट की उपलब्धता, चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर किस प्रकार का है, चार्जिंग स्टेशन पर उपलब्ध लोढ़, इलेक्ट्रिक वाहन की लोकेशन से दूरी और लागू टैरिफ तक की जानकारी मिल जाएगी। क्रेस्ट को सिंगल विंडो प्लेटफार्म तैयार करने के लिए नोडल एजेंसी बनाया गया है।