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यूपी: वाराणसी काशी विश्वनाथ मंदिर का एप अब बताएगा बाबा दरबार में आपका नंबर कब आएगा, वहीं साथ ही मंदिर में भीड़ की स्थिति और रास्तों की भी मिलेंगी जानकारी।
वाराणसी। काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट एप श्रद्धालुओं को बताएगा कि बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने के लिए उनका नंबर कब आएगा। धाम में दिन-ब-दिन बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रशासन एप लांच करने जा रहा है। एप में में पंजीकरण कराने के बाद श्रद्धालुओं को मंदिर में भीड़ की स्थिति और रास्तों के बारे में सही जानकारी मिल सकेगी।
वहीं श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास की ओर से भीड़ प्रबंधन के लिए अब डिजिटल तकनीक का सहारा लिया जाएगा। माघ पूर्णिमा पर न्यास की ओर से केवीएम ट्रस्ट एप लांच किया जाएगा। महाशिवरात्रि पर भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने इस एप को लांच करने की योजना बनाई है। एप में लॉगिन के बाद श्रद्धालु धाम में आने वाले मार्ग, मंदिर में भीड़ और रास्तों के बारे में आसानी से जान सकेंगे।
वहीं श्री काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किए जाने के बाद से देश भर से श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी है। स्थितियां ऐसी हो गई थीं कि श्रद्धालुओं की भीड़ के कारण सावन की भीड़ भी कम पड़ गई थी। एक दिन में पांच लाख से अधिक श्रद्धालु बाबा के दरबार में दर्शन के लिए पहुंच गए थे। वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ ने धाम के निरीक्षण के बाद अधिकारियों को भीड़ प्रबंधन के इंतजाम करने के निर्देश दिए थे। इसी के मद्देनजर मंदिर न्यास ने केवीएम एप को लांच करने की योजना तैयार की है।
वहीं दूसरी तरफ़ दीपक अग्रवाल, मंडलायुक्त ने बताया कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में भीड़ प्रबंधन के लिए ट्रायल के तौर पर केवीएम एप को माघ पूर्णिमा पर लांच किया जाएगा। भविष्य में इस एप से श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं मिलेंगी। केवीएम एप को श्रद्धालु गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे। आने वाले समय में मंदिर प्रबंधन की ओर से इस एप पर बाबा की आरती व दर्शन के लिए बुकिंग करने की सुविधा भी शुरू की जाएगी। श्री काशी विश्वनाथ धाम में भीड़ प्रबंधन के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम लगाया जाएगा। एप से जुड़े हुए श्रद्धालुओं को हर घंटे एनाउंसमेंट के जरिये उनको दर्शन के दौरान भीड़ की सही स्थिति की जानकारी दी जाएगी।
वहीं दूसरी तरफ़ इसके जरिये कतार में लगे श्रद्धालुओं को पता लगता रहेगा कि उनका नंबर कितनी देर में आएगा। श्री काशी विश्वनाथ धाम में माघ पूर्णिमा से गंगा द्वार से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिया जाएगा। श्रद्धालु अब घाट और नाव के जरिये भी बाबा के धाम में गंगा द्वार से प्रवेश कर सकेंगे। गंगा द्वार से प्रवेश शुरू होने के कारण मंदिर में भीड़ प्रबंधन में भी सहूलियत होगी।