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यूपी : आगरा में बिहारी जी मंदिर में खत्म होगा देहरी का विवाद, वहीं फिर बिखरेगी सोने की चमक।
आगरा। ठा. बांकेबिहारी मंदिर की देहरी पर श्रद्धालु द्वारा चढ़वाए गए सोने की पत्र की सुरक्षा को फाइवर सीट लगवाए जाने पर आपत्ति जताने के बाद मंदिर प्रशासक ने तत्काल फाइवर की परत को हटाने के आदेश दिए हैं।
वहीं 17 दिसंबर को दिल्ली के एक कारोबारी भक्त ने ठा. बांकेबिहारी में अपनी आस्था जताते हुए गर्भगृह की देहरी पर सोने का पत्र चढ़वाया था। श्रद्धालु ने इसकी अनुमति भी मंदिर प्रशासक सिविल जज जूनियर डिवीजन से ली थी। सिविल जज जूनियर डिवीजन की सहमति के बाद श्रद्धालु ने मंदिर प्रबंधन द्वारा गठित टीम की अगुवाई में सोने के पत्र की जांच होलीगेट स्थित कोषदा ज्वैलर्स से कराकर उसकी रिपोर्ट भी प्रस्तुत की थी।
वहीं इसके बाद गर्भगृह की देहरी पर वह सोने की पत्र चढ़वाई गई। लेकिन, इसकी सुरक्षा के लिए 8 फरवरी को फाइवर सीट से लेमिनेशन करा दिया गया। जिस पर मंदिर के सेवायत समाज ने आपत्ति जताई। मंदिर सेवायत घनश्याम गोस्वामी, दिनेश गोस्वामी, ब्रजेश गोस्वामी समेत कई सेवायतों ने अदालत में प्रार्थनापत्र देकर परंपरा का हवाला दिया।
वहीं दूसरी तरफ़ सेवायतों ने अपनी दलील देते हुए कहा, मंदिर में हर दिन दर्जनों श्रद्धालु देहरी पूजन करते हैं, जो मंदिर की सबसे बड़ी पूजा मानी जाती है। ये पत्थर या किसी धातु पर होती है, लेकिन फाइवर की परत से परंपरा का हनन होगा और श्रद्धालुओं की भावना आहत होगी।
वहीं मंदिर सेवायतों की मांग पर मंदिर प्रशासक सिविल जज जूनियर डिवीजन ने गुरुवार को जारी आदेश में फाइवर सीट हटाने के आदेश दिए हैं। आदेश के बाद मंदिर प्रबंधक उमेश शर्मा ने कहा, एक-दो दिन में सीट हटा दी जाएगी।