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यूपी : उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि पहले चरण से भाजपा के पक्ष में लहर, वहीं तीन का अंक पार नहीं कर सकेंगे विपक्षी।

यूपी : उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि पहले चरण से भाजपा के पक्ष में लहर, वहीं तीन का अंक पार नहीं कर सकेंगे विपक्षी।


लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान शुरु हो चुका है। वोटर मतदान केन्‍द्रों पर पहुंचकर अपने मन की सरकार चुनने के लिए मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। इस सब के बीच नेताओं की बयानबाजी जारी है। 

वहीं प्रदेश के उपमुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने विधानसभा चुनाव के पहले चरण में भाजपा के पक्ष में लहर होने का दावा करते हुए कहा कि लोग जिसको अंडर करंट समझते थे, उसने विपक्ष को हाई वोल्टेज करंट का झटका दे दिया है। इस झटके से वे उबरने वाले नहीं हैं। जनता गुंडों से डरने वाली, बल्कि गुंडों को डराने वाली सरकार चुनेगी।

वहीं भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत में डा. शर्मा ने कहा कि भाजपा के पक्ष में भारी मतदान की रिपोर्ट के बीच विपक्ष की बौखलाहट उनकी भाषा और शब्दों के चयन में साफ झलक रही है। सपा के वरिष्ठ और कनिष्ठ नेता जिस तरह असंसदीय और अमर्यादित भाषा का प्रयोग कर रहे हैं, वह केवल उनकी हताशा को दर्शा रहा है। 

वहीं सपा ने 2012-17 के कामकाज पर नारा दिया था कि काम बोलता है, लेकिन उनका काम बोला तो प्रदेश को अराजकता, भ्रष्टाचार, गुंडाराज, दंगाराज, लूट को संरक्षण और बढ़ावा देने के लिए। उनका काम बोला तो कारोबारियों, उद्यमियों, बहन-बेटियों व गरीबों को डराने-धमकाने और उन्हें असुरक्षित करने वालों को प्रश्रय देने में।

वहीं सपा ने अराजकता, अपराध, गुंडाराज और मफियाराज के ब्रांड एंबेसडर बनाए थे, जो चरण दर चरण बाहर निकल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता ने इन गुंडों से डरने की बजाए इनको डराने वाली सरकार को दोबारा चुनने का मन बना लिया है। जनता को भाजपा पसंद है, उसे योगी का शासन और सरकार पसंद है। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पहले चरण में ही सपा, बसपा और कांग्रेस के सपने चकनाचूर हो चुके हैं।

वहीं सोमवार को मतदान का दूसरा चरण भाजपा की विजय यात्रा को और आगे बढ़ाएगा और सातवां चरण आते-आते विपक्ष का सूपड़ा साफ हो जाएगा। सपा पर माफिया और अपराधियों से गहरे संबंधों का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा के मऊ और प्रयागराज क्षेत्र में ब्रांड एंबेसडर कुछ बोलने की स्थिति में नहीं रहे। सपा, बसपा और कांग्रेस की सीटों की संख्या मिलकर भी तीन का अंक पार नहीं कर पाएगी।