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यूपी: वाराणसी सहित पूर्वांचल में गलन का असर अब भी हैं बरकरार, वहीं पहाड़ों पर बर्फबारी का असर कुछ दिन और देगा दुश्‍वारी।

यूपी: वाराणसी सहित पूर्वांचल में गलन का असर अब भी हैं बरकरार, वहीं पहाड़ों पर बर्फबारी का असर कुछ दिन और देगा दुश्‍वारी।

                                  S.K. Gupta Reporter

वाराणसी। पूर्वांचल में मौसम का रुख सामान्‍य हो चला है, हालांकि तापमान में कमी धूप निकलने और पछुआ के जोर की वजह से बनी रही। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि अब इस सप्‍ताह से तापमान में इजाफा का दौर शुरू होगा जो दूसरे पखवारे से स्‍पष्‍ट नजर आने लगेगा। 

वहीं मौसम विज्ञान विभाग की ओर से जारी अनुमानों के अनुसार दो दिनों के बाद बादलों की मामूली सक्रियता का दौर पूर्वांचल में नजर आएगा इसके बाद वातावरण में बदलाव का दौर शुरू हो जाएगा। मौसम विभाग ने इस पूरे सप्‍ताह को मौसमी बदलाव के नजरिए से अहम बताया है।  

वहीं बीते चौबीस घंटों में अधिकतम तापमान 22.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्‍य से तीन डिग्री कम रहा। न्‍यूनतम तापमान 6.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो सामान्‍य से पांच डिग्री कम रहा। आर्द्रता अधिकतम 95 फीसद और न्‍यूनतम 58 फीसद दर्ज किया गया। 

वहीं मौसम विभाग की ओर से जारी सैटेलाइट तस्‍वीरों के अनुसार पूर्वांचल में कोहरे का मामूली असर बना हुआ है। फरवरी माह का सबसे कम तापमान रविवार को दर्ज किया गया है। इसकी वजह से वातावरण में ठंड और गलन का असर भी रहा। मौसम विज्ञानी मान रहे हैं कि आने वाले दिनों में मौसम का रुख सामान्‍य हो जाएगा।

वहीं दूसरी तरफ पश्चिमी विक्षोभ का एक और असर अफगानिस्‍तान तक पहुंचा है, इसके पूर्वांचल तक कम ही असरकारक होने की उम्‍मीद है। हालांकि, पहाड़ों पर बर्फबारी हुई तो वातावरण में गलन का असर भी हो सकता है। मगर अब धूप खिलने की वजह से वातावरण में ठंडक का असर दिन प्रतिदिन कम होना तय है। 

वहीं जबकि पहाड़ों पर बर्फबारी का असर पछुआ हवाओं की वजह से नजर आएगा और वातावरण में गलन का असर भी कम होता जाएगा। मौसम विभाग ने अब मौसम का रुख सामान्‍य होने की उम्‍मीद जाहिर की है। इसके बाद माह भर के बाद गर्मी का अहसास होने लगेगा और पूर्वांचल में दो माह में लू का असर भी स्‍पष्‍ट होने लगेगा।