UP news
यूपी : गाजीपुर में बरात में हुए बवाल में पांच आरोपित को भेजा जेल।
गाज़ीपुर। गहमर दलित बस्ती के अईठी-गोईठी में मंगलवार की रात बरात में उपद्रव के पांच आरोपितों को पुलिस ने जेल भेज दिया। हालांकि मुख्य आरोपित हाथ नहीं आया। पुलिस ने उसके पिता को छोड़ दिया।दुल्हन का आरोप है कि मुख्य आरोपित का भाई पुलिस विभाग में तैनात है, जिसके दबाव में पुलिस ने तहरीर बदल दी और हत्या की धारा नहीं लगाई। थानाध्यक्ष आरोपितों को बचाने में जुटे हुए हैं।
वहीं कुंडेसर से आई बरात में डीजे पर डा़स करने से रोकने पर गांव के करीब एक दर्जन युवकों ने जयमाल के समय जमकर उतपात मचाया था। बरातियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। इस दौरान दूल्हे के बडे़ पिता नंदलाल निवासी कुंडेसर को लाठियों से पीटकर मार डाला था। पुलिस ने दुल्हन की तहरीर पर गांव के ही नौ लोगों पर विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्जकर नामजदों की तलाश में जुटी थी। पुलिस ने मुख्य आरोपित राकेश राम के पिता सहित कई को हिरासत में लिया था।
वहीं गुरुवार की भोर में पुलिस ने रेलवे स्टेशन के बाहर नीम के पेड़ के समीप से आदेश राम, मनीष कुमार, अजीत, अरविंद कुमार, रविंद्र राम की गिरफ्तार दर्शा जेल भेज दिया। वहीं राकेश राम के पिता को छोड़ दिया। मुख्य आरोपित के पिता के छोड़ने के पीछे उसका भाई का विभाग में तैनात होना बताया जा रहा है। प्रभारी निरीक्षक त्रिवेणी लाल सेन ने बताया कि दबिश दी जा रही है। बहुत जल्द नामजद आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। मुख्य आरोपित को लाने के लिए पिता को छोड़ा गया है।
वहीं लखनऊ 112 से काल कर पीड़िता से कार्रवाई की जानकारी ली गई। पीड़िता ने बताया कि पुलिस ने उसकी रात में लिखी तहरीर बदल दी है। दूसरी तहरीर लिखकर उससे हस्ताक्षर कराए गए। उसने बताया कि थानाध्यक्ष घटनास्थल पर पुलिस के पहुंचने की बात कह रहे हैं, जबकि तीन बार काल के बाद जब कोई नहीं पहुंचा तो वह खुद थाने गई। इसके गवाह परिवार, रिश्तेदार, बराती व डीजे व बैंडबाजे वाले भी हैं।
वहीं बताया कि उपद्रव से जान बचाने को बैंडबाजे वाले भागकर थाने पहुंचे थे। जब वह वहां पहुंची तो उसके साथ थाने के अंदर गए। पीड़िता का कहना है कि वह पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं है। सीओ हितेंद्र कृष्ण का कहना है कि सभी आरोपित गिरफ्तार किए जाएंगे। पुलिस दबिश दे रही है।