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यूपी: वाराणसी के सीरगोवर्द्धन पुर में रविदास जयंती पर पहली बार लग रहा जर्मन हैंगर, वहीं भक्तों को मिलेंगी कई सुविधाएं।
वाराणसी। रविदास जयंती के अवसर पर संत रविदास की जन्मस्थली सीरगोवर्द्धन पुर में हर वर्ष में देश विदेश से आये रैदासी हर्सोल्लास के साथ जन्मोत्सव मनाते हैं। मंदिर प्रबंधन भी यहां आने वाले भक्त और श्रद्धालुओं के रहने और खाने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है। यही सेवा भाव श्रद्धालुओं को बार बार खींच लाती है।
वहीं मंदिर प्रबंधन के लोग जयंती को खास बनाने के लिए कुछ न कुछ नया करते रहते हैं जिसपर रैदासी गर्व भी करते हैं। सरकार की तरफ से यहां बने नवनिर्मित लंगर हाल की शुरुआत इस जयंती पर सत्संग के साथ होगी।वैसे तो इसका लोकार्पण प्रधानमंत्री के हाथों ऑनलाइन हो चुका है लेकिन रविदासिया धर्म के प्रमुख गुरु संत 108 निरंजन दास के कर कमलों से किया जाएगा।
वहीं मंदिर के ट्रस्टी के एल सरोये ने बताया कि जयंती के इस खास अवसर पर मंदिर प्रबंधन की तरफ से पहली बार जर्मन हैंगर पर भव्य पंडाल बनाया जा रहा है जो नवनिर्मित लंगर हाल के सामने बनने वाले पार्क के स्थान पर बन रहा है। 100 वर्ग फिट चौड़ा और 150 वर्ग फीट लंबा पंडाल और सामने सत्संग के लिए भव्य मंच बनाया जाएगा।
वहीं इस मंच पर रविदासिया धर्म की रविदास अमृतवाणी पुस्तक स्वर्ण पालकी या रजत पालकी के ऊपर शोभा बढ़ाएगी। इस मंच पर रविदासिया धर्म प्रमुख मंदिर के गद्दीनशीन संत निरंजन दास विराजमान रहेंगे। संत रविदास जयंती की तैयारियों को सेवादार अंतिम रूप देने में जोर शोर से जुट गए हैं। महिलाएं खुद झौआ और फरसा लेकर कूद पड़ी हैं।
वहीं लंगर खिलाने और पकाने वाले बर्तनों की साफ सफाई में महिला और पुरूष सेवादार लगे हैं।सत्संग के लिए बन रहे मुख्य पण्डाल को जाने वाले मार्ग की मरम्मत महिला सेवादार मिट्टी फेंककर कर रही हैं। नगर निगम की तरफ से दो पानी टैंकर और 50 सफाई कर्मियों को लगाया गया है। बिजली विभाग के कर्मचारी मेला परिक्षेत्र में लाइटिंग बिजली की व्यवस्था करने के लिए जेई के साथ आधा दर्जन लाइन मैन के साथ पहुंचे है।
वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर डॉक्टर रीति सिंह के नेतृत्व में मेडिकल टीम एक अन्य डॉक्टर एक नर्स और एक वार्ड बॉय के साथ एम्बुलेंस और कुछ जरूरी दवाइयों को लेकर शिविर में इलाज शुरू कर दिया।इसी के पास कोविड हेल्पलाइन भी बनाया गया है। गुरुवार को स्वास्थ्य शिविर में दर्जनों मरीज बुखार सर्दी जुखाम होने पर इलाज कराने पहुंचे। मंदिर प्रबंधन की तरफ से कंट्रोल रूम और स्वास्थ्य शिविर की शुरुआत हो गई है।