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यूपी : बलिया के फेफना में चुनाव में विकास संग योगी आदित्‍यनाथ बनाम अखिलेश यादव के नाम सजा रणक्षेत्र।

यूपी : बलिया के फेफना में चुनाव में विकास संग योगी आदित्‍यनाथ बनाम अखिलेश यादव के नाम सजा रणक्षेत्र।


बलिया। फेफना विधान सभा क्षेत्र में मतदाता विकास और शासन व्यवस्था के नाम पर वोट करेंगे। यहां की सियासी हवा बलिया नगर सीट और बिहार के बक्सर से भी टकराती है। भाजपा और सपा में सीधी टक्कर है। शहर से छह किमी आगे बढऩे पर विधान सभा क्षेत्र की सीमा शुरू होती है।

वहीं भरौली कोटवा नारायण पुर तक लगभग 60 किमी में विधान सभा क्षेत्र का सीमा विस्तार है। आजादी के नायक चित्तू पांडेय का गांव रटूचक, बलिया के मालवीय कहे जाने वाले मुरली मनोहर, गौरी भइया का गांव सागरपाली भी इसी क्षेत्र में हैं। भाजपा और सपा के वोटर बराबरी पर हैं, जबकि अनुसूचित जाति के मतदाता भी तीसरे नंबर पर हैं।

वहीं शहर से सटे फेफना विधानसभा क्षेत्र में मंत्री उपेंद्र तिवारी और सपा के संग्राम सिंह यादव के बीच की सियासी जंग रोचक हो चली है। उपेंद्र यहां 2012 और 2017 में दो बार लगातार जीते हैं। इस सीट पर सपा के पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी भी खास पकड़ रखते हैं, ऐसा माना जाता है। वह 1993 में इस सीट से विधानसभा पहुंचे थे। उसके बाद 1996, 2002 और 2007 में भी विधायक रहे। 

वहीं पिछले चुनाव में सपा से अनबन होने पर उन्होंने बसपा से चुनाव लड़ा था जबकि तब संग्राम सिंह यादव सपा से थे। दो यादवों में टकराव का लाभ उपेंद्र को मिला। जिला पंचायत चुनाव के बाद वह दोबारा सपा में आ गए। अब वह संग्राम सिंह यादव के पक्ष में वोट मांग रहे हैं, लेकिन भाजपा के वोटरों पर इसका कोई असर नहीं है। यहां बसपा से कमलदेव सिंह यादव और कांग्रेस से जैनेंद्र पांडेय मैदान में हैं।

वहीं सियासी मूड भांपने जब हम विधानसभा क्षेत्र में निकले तो रास्ते में कई स्थानों पर वोटरों ने कहा कि यह चुनाव योगी बनाम अखिलेश के नाम पर हो रहा है। लोकल नेता तो मात्र कठपुतली हैं। वैना में एक मोटर गैराज पर बैठे लोगों ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र के गांवों का तो विकास नहीं हुआ है, लेकिन मुख्यमंत्री के तौर पर योगी पहली पसंद हैं। आगे बढऩे पर पूर्व मंत्री अंबिका के चौधरी का गांव कपूरी मिला। 

वहीं सड़क किनारे एक दुकान पर बैठे ध्रुव ङ्क्षसह ने कहा कि लड़ाई कांटे की है। सरकार की योजनाओं से गरीब वर्ग खुश है, लेकिन जातिगत फैक्टर भी हावी है। फेफना बाजार में पहुंचने पर चौराहे के पास एक दुकान के बाहर पहले से चुनाव की चर्चा हो रही थी। वहां बैठे श्याम नारायण सिंह, राजेश सिंह और शिवकुमार ने पांच मिनट में पूरे विधानसभा क्षेत्र का अपना आकलन बता दिया। बोले- इस क्षेत्र में जातिगत हिसाब से भी देखें तो भाजपा और सपा के वोटरों की संख्या बराबर है। 

वहीं अनुसूचित जाति के मतदाता किधर जाएंगे, यह अभी स्पष्ट नहीं हो पा रहा है। विकास की बात करें तो अपने-अपने समय में सपा व भाजपा दोनों ने विकास किया है। यहां पूर्व मंत्री अंबिका चौधरी ने विद्युत सब स्टेशन और सीएचसी बनवाया तो भाजपा के मंत्री ने भी कोविड अस्पताल बनवाया है। 

वहीं एनएच-31 की सड़क तत्काल बनी है, लेकिन चुनाव में कौन किस पर भारी पड़ेगा, यह कहना थोड़ा मुश्किल है। चाय के दुकानदार जयराम राजभर ने कहा कि शासन के मामले में योगी अच्छे हैं, इसका लाभ भाजपा को मिलेगा, लेकिन लोकल स्तर पर अपेक्षित विकास नहीं हुआ है।