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यूपी: प्रयागराज में विधान सभा चुनाव में यूपी रोडवेज को मिली संजीवनी, वहीं करोड़ों का होगी आय।

यूपी: प्रयागराज में विधान सभा चुनाव में यूपी रोडवेज को मिली संजीवनी, वहीं करोड़ों का होगी आय।

                      A.P Kesharwani City Reporter

प्रयागराज। बस अड्डे पर यात्रियों को बसें से मिलने में समस्या हो रही है। रोडवेज बसों की किल्लत हो गई है। इसका कारण है बड़ी संख्या में बसों को चुनावी ड्यूटी में भेजा जाना है। बसें सुरक्षाकर्मियों को चरणबद्ध तरीके से उत्तर प्रदेश में होने वाले विधान सभा चुनाव के दौरान संबंधित क्षेत्रों में पहुंचाएंगी और वहां से दूसरे स्थानों पर ले जाएंगी। यह क्रम अगले सात मार्च तक चलता रहेगा। इससे यात्रियों को भले ही समस्या हो लेकिन, परिवहन निगम अपने इस चुनावी सफर से करोड़ों रुपये कमा लेगा।

वहीं लंबे समय से परिवहन निगम घाटे में चल रहा है। कुछ महत्वपूर्ण मौकों को छोड़ दें तो रोडवेज की कमाई काफी कम हो गई है। इसके कारण बसों की मेंटेनेंस से लेकर तमाम तरह के कार्य भी विलंबित हो रहे हैं। हालांकि सर्दी के मौसम में चुनाव की गर्मी ने परिवहन निगम को भी संजीवनी दे दी है। बड़ी संख्या में रोडवेज की बसें चुनाव ड्यूटी में लगाई जा रही हैं और इसकी एवज में प्रति बस परिवहन निगम को अच्छी इनकम भी हो रही है।

वहीं दूसरी तरफ़ प्रयागराज क्षेत्र के नौ मंडलों से कुल 185 बसें चुनाव ड्यूटी में अब तक भेजी जा चुकी है। इसमें सर्वाधिक बसें प्रयागराज से भेजी गई हैं, जिनकी संख्या 80 है। इतनी अधिक संख्या में बसों के चुनाव ड्यूटी में चले जाने के कारण यात्रियों को आवागमन में समस्या हो रही है। रोडवेज ने इसके लिए कई रूटों की बसें बंद कर दी है और बसों के अतिरिक्त फेरे भी लगाना शुरू किया है। कोशिश है कि यात्रियों को भी सुविधा मिल जाए और चुनाव के जरिए रोडवेज की कमाई भी हो जाए।

वहीं दूसरी ओर प्रयागराज परिक्षेत्र से चुनाव ड्यूटी में अब तक 185 बसें भेजी गई हैं। सात मार्च तक या बसें चुनाव ड्यूटी में रहेंगी। इनके जरिए13 करोड़ से अधिक की इनकम रोडवेज को होगी। चुनाव में भेजी गई प्रत्येक बस के लिए 24081 रुपये प्रतिदिन का दिया जा रहा है। इस हिसाब से 185 बसों के लिए परिवहन निगम को 13 करोड़ 36 लाख 49 हजार 550 रुपये का न्यूनतम भुगतान होगा। यह कमाई 30 दिनों की होगी। अगर दिनों की संख्या बढ़ती है साथ ही बसों की संख्या बढ़ाई जाती है। दोनों परिस्थितियों में परिवहन निगम की इनकम बढ़ेगी।

वहीं रोडवेज के क्षेत्रीय प्रबंधक टीकेएस विसेन ने बताया कि पोलिंग पार्टियों, सुरक्षाकर्मियों के आवागमन के लिए इन बसों को चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है। लोकल स्तर पर यात्रियों को आवागमन में कोई असुविधा न हो इसके लिए अतिरिक्त फेरे लगाए जा रहे हैं। दिल्ली, झांसी समेत उन रूटों पर जहां सवारियां ना के बराबर मिल रही थी उन बसों को कैंसिल करके लोकल रूटों पर लगाया गया है। बसों की कमी नहीं होने दी जाएगी। यात्रियों को पर्याप्त सुविधा मिलेगी।