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यूपी: वाराणसी में रविदास जयंती पर पीएम नरेन्द्र मोदी, योगी, चन्नी, प्रियंका, केजरीवाल सहित दिग्गजों को भेजा गया निमंत्रण।
वाराणसी। चुनावी मौसम के कारण इसबार सियासत के दिग्गज संत रविदास जयंती के अवसर पर मत्था टेकने सीरगोवर्द्धन पुर स्थित जन्मस्थली पर मत्था टेकने आ सकते हैं। मंदिर प्रबंधन के जनरल सेक्रेटरी सतपाल विर्दी ने बताया कि चुनाव में आचार संहिता की बंदिशों के कारण राजनीतिक पार्टी के प्रमुख नेताओं को प्रोटोकॉल के तहत जयंती में आने के लिए निमंत्रण दिया गया है।
वहीं उन्होंने बताया कि धार्मिक स्थल होने के कारण यहां किसी भी पार्टी के नेताओं को आने में कोई परहेज नहीं करना चाहिए और सबका यहां स्वागत है। वैसे तो प्रमुख नेता खुद आने की इच्छा जताते हैं लेकिन चुनाव के कारण सुरक्षा को देखते हुए प्रोटोकॉल के पालन में दिक्कत होती है।
वहीं आचार संहिता के कारण सभी राजनीतिक दल के प्रमुख नेताओं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी, अरविंद केजरीवाल, प्रियंका गांधी, हरसिमरत कौर, शमशेर सिंह दुल्लो सहित सभी राजनीतिक दल के प्रमुख नेताओं को मंदिर प्रबंधन की तरफ से निमंत्रण दिया गया है।
वहीं सतपाल विर्दी ने बताया कि प्रधानमंत्री की 16 फरवरी को पंजाब में रैली होने के कारण आने की उम्मीद कम है लेकिन भाजपा के बड़े नेता मत्था टेकने आ सकते हैं। सतपाल विर्दी ने बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी ने आने का वादा किया है इसलिए उनके आने की उम्मीद ज्यादा है।
वहीं जयंती की व्यवस्था देख रहे मंदिर के ट्रस्टी के एल सरोये ने बताया कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और पंजाब के मुख्यमंत्री चन्नी के आने की उम्मीद ज्यादा है। इसको देखते हुए हर तरह की तैयारियां की जा रही हैं। आचार संहिता के कारण मंच पर भाषण नहीं दे सकते लेकिन जयंती में शामिल होने और मंदिर में मत्था टेकने तथा लंगर छकने में कोई दिक्कत नहीं है।
वहीं संत रविदास मंदिर में देश की जानी मानी हस्तियों ने दर्शन पूजन और मत्था टेकने के साथ ही लंगर छका है। संत दरबार मे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2016 और 2019 में मत्था टेकने के साथ ही लंगर भी छका है। प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तीन बार यहां मत्था टेका है।
वहीं देश के दो पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह और डॉ. के आर नारायणन, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, बसपा सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, थावर चंद गहलोत, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल, भाजपा के केंद्रीय मंत्री विजय सांपला, हरसिमरत कौर, शमशान सिंह दुल्लो, भीम आर्मी चीफ चद्रशेखर आजाद, भाजपा के उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य भी आ चुके हैं।