UP news
यूपी : गोरखपुर देवरिया में बिना मानक के चल रहे हैं कई पैथालाजी सेंटर।
गोरखपुर। देवरिया जिले में बिना मानक के बड़ी संख्या में पैथालाजी संचालित हो रही है। यहां धड़ल्ले से जांच की जा रही है। मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है। गलत रिपोर्ट पर मरीजों का डाक्टर इलाज कर रहे हैं। इन पैथालाजी संचालकों के खिलाफ विभाग कार्रवाई नहीं कर रहा है। जिससे उनके हौसले बुलंद हैं। मरीजों के साथ हर रोज छल किया जा रहा है।
वहीं जनपद में कुल 114 पैथालाजी पंजीकृत है। शहर में अकेले सौ से अधिक पैथालाजी संचालित हो रही है। कमोबेश सलेमपुर , रुद्रपुर, बरहज व भाटपाररानी, भटनी, गाैरीबाजार क्षेत्रों के अलावा तमाम कस्बों में अवैध रूप से पैथालाजी धड़ल्ले से कार्य कर रहे हैं।
वहीं डाक्टरों की सेटिंग से ये अवैध रूप से संचालित हो रहे पैथालाजी कमाई कर रहे हैं। क्लीनिक व अस्पताल में पहुंच कर वहीं सैंपल ले लेते हैं और पचास प्रतिशत से अधिक कमीशन दे देते हैं। ऐसे में डाक्टरों की मिली भगत से उनका कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।
वहीं शहर के कई प्रमुख अस्पताल व नर्सिग होम में भी है अवैध रूप से धड़ल्ले से पैथालाजी संचालित हो रही है। अधिकांश पैथालाजी मानक पूरा नहीं कर रही है। छह माह पूर्व दो प्रमुख अस्पताल की पैथालाजी जांच से शहर में हड़कंप मच गया और उसे अस्पताल संचालकों ने मैनेज कर लिया।
वहीं पैथालाजी में एक एमडी पैथालाजी या एमबीबीएस, एलटी की तैनाती होनी चाहिए। प्रदूषण का प्रमाणपत्र, फायर एंड सर्विस का प्रमाणपत्र, बिजली बिल, किरायानामा , बायोवेस्ट , अगर नगर पालिका में है अनापत्ति प्रमाण पत्र देना पड़ता है।
वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आलोक पांडेय ने बताया कि समय-समय पर पैथालाजी की जांच कर कार्रवाई की जाती है। अवैध पैथालाजी सेंटरों के खिलाफ मुदकमा दर्ज कराया गया है। बहुत जल्द अभियान चलाया जाएगा।