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यूपी: वाराणसी काशी विश्वनाध धाम के लिए खिड़किया घाट और अस्सी घाट से चलेंगे मोटर बोट, वहीं गंगा द्वार से मंदिर तक जाने की हों रहीं तैयारी।

यूपी: वाराणसी काशी विश्वनाध धाम के लिए खिड़किया घाट और अस्सी घाट से चलेंगे मोटर बोट, वहीं गंगा द्वार से मंदिर तक जाने की हों रहीं तैयारी।

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वाराणसी। महाशिवरात्रि पर्व पर श्रीकाशी विश्वनाथ का दर्शन इस बार गंगा द्वार से भी किया जा सकेगा। इसके लिए गंगा द्वार बन कर तैयार है जो बाबा के विवाहोत्सव से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। बाबा दरबार तक श्रद्धालुओं को लाने व ले जाने के लिए नगर निगम को जिम्मेदारी दी गई है। इसके लिए जलयान का उपयोग किया जाएगा। पर्व पर गंगा में सिर्फ और सिर्फ सीएनजी किट युक्त मोटर बोट ही चल सकेंगे। इस बाबत नगर निगम प्रशासन ने आदेश जारी कर दिया है।

वहीं नगर आयुक्त प्रणय सिंह के आदेश पर पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए अपर नगर आयुक्त तृतीय सुमित कुमार व जोनल अधिकारी दशाश्वमेध रामेश्वर दयाल को जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, सफाई व्यवस्था को मुकम्मल रखने के लिए नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. एनपी सिंह को ब्लू प्रिंट बनाने के लिए नगर आयुक्त ने निर्देशित किया है। बाबा दरबार तक आने खिड़किया व असि घाट से मोटर बोट मिलेगा जो ललिता घाट पर श्रद्धालुओं को उतारेगा। 

वहीं श्रद्धालुओं से मनमानी वसूली न हो, इसके लिए किराया भी तय किया जाएगा। साथ ही जलयान पर लाइफ जैकेट भी होगा। जलयान पर सवारियों की क्षमता भी निर्धारित की जाएगी। इसके लिए नाविकों के साथ नगर निगम के अफसरों की बैठक भी होगी। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि अब तक तीन सौ मोटर बोट सीएनजी किट लगाया जा चुका है। शेष में सीएनजी किट लगाने के लिए 15 फरवरी तक का समय दिया गया है। इस बीच जिन जल बोट में सीएनजी किट नहीं लग सकेगा, उन्हें महाशिवरात्रि पर्व पर गंगा में संचालन की अनुमति नहीं होगी।

वहीं दूसरी तरफ़ महाशिवरात्रि पर्व पर नगर निगम की ओर से स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि शहर के मुख्य मार्गों के अलावा शिवालय व वहां तक जाने वाली गलियों में अभियान चलेगा। गोदौलिया व मैदागिन पर मोबाइल टायलेट लगाए जाएंगे। भीड़ वाले इलाके में विशेष सैनिटाइजेशन किया जाएगा। मास्क की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाएगी।