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यूपी: आजमगढ़ के फूलपुर पवई से विधायक अरुणकांत यादव के बदले रामसूरत को मिला मौका, वहीं सगड़ी से बंदना सिंह को भी मिला मौका। .

यूपी: आजमगढ़ के फूलपुर पवई से विधायक अरुणकांत यादव के बदले रामसूरत को मिला मौका, वहीं सगड़ी से बंदना सिंह को भी मिला मौका। .


आजमगढ़। भारतीय जनता पार्टी ने सगड़ी से बंदना सिंह को तो फूलपुर पवई से रामसूरत राजभर को विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी बनाया है। फूलपुर पवई से वर्तमान विधायक अरुणकांत यादव का टिकट पार्टी ने काट दिया है। दरअसल अरुणकांत के पिता रमाकांत यादव को इस बार सपा फूलपुर-पवई से मैदान में उतारा है। सपा के दांव के बाद से ही अरुण का टिकट कटने की आशंका प्रबल हो गई थी।

वहीं उधर बंदना सिंह को टिकट मिलने से उनके समर्थकों में खुशी छा गई है। वर्ष 2017 के चुनाव में बंदना सिंह बीएसपी से चुनाव लड़कर जीती थीं। उन्होंने कुछ माह पूर्व ही बीजेपी ज्वाइन किया था। रामसूरत राजभर के लिए फूलपुर- पवई नया नहीं है। वे इससे पूर्व भी निषाद पार्टी के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ चुके हैं। 

वहीं दोनो सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही आजमगढ़ में चुनाव की तस्वीर करीब करीब क्लियर हो गई है। बीजेपी के दो टिकटों की घोषणा के साथ ही कुल नौ सीटों पर उम्मीदवारों के चेहरे सामने आ चुके हैं, जबकि सपा अभी सात और कांग्रेस ने छह सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर चुकी है। बीजेपी अब भी मुबारकपुर सीट पर उम्मीदवार के नाम को लेकर असमंजस में है। 

वहीं रामसूरत फूलपुर पवई विधानसभा क्षेत्र के मक्खापुर गांव निवासी हैं। वर्ष1999 में बीजेपी से आजमगढ़ सदर से लोकसभा चुनाव लड़कर 1 61 878 वोट पाए थे, उस समय सपा से रमाकांत सांसद चुने गए थे। एक बार फिर से दोनों फूलपुर पवई में आमने सामने होंगे।

वहीं टिकट बंटवारे के बाद सपा और कांग्रेस में अंतर्कलह भी खुलकर सामने आने लगा है।निजामाबाद, फूलपुर और सगड़ी में टिकट वितरण से नाराज कांग्रेसी पहले ही विरोध जता चुके हैं, तो फूलपुर में रमाकांत यादव को टिकट दिए जाने पर आपत्ति जताई जा चुकी है।अब निजामाबाद में भी सपा के टिकट को लेकर विरोध सामने आ चुका है। कभी विधायक के खास रहे इसरार अहमद के समर्थक पहले ही पार्टी कार्यालय पर नारेबाजी कर चुके हैं। 

वहीं अब इसरार ने टिकट न मिलने पर निर्दल चुनाव लड़ने का एलान कर दिया है। हालांकि, भ्रमण के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि मैं जनता का पक्ष जानने निकला हूं। सरायमीर इसरार अहमद ने रविवार को निर्दल प्रत्याशी के रूप में प्रचार अभियान शुरू कर दिया। वह क्षेत्र के मोतीगंज, पोई की सराय, घूरीपुर, फरहाबाद, निजामाबाद, गौसपुर चौराहा, सेंटरवा बाजार, मोहनपुर, खपड़ा गांव, लाहीडीह, कौड़िया, जमालपुर, मुंड़ियार बाजार सहित कई गांवों में गए। लाहीडीह बाजार में लोगों ने उनका स्वागत भी किया। 

वहीं निजामाबाद क्षेत्र में कभी विधायक आलम बदी आजमी का प्रतिनिधित्व करने वाले इसरार अपने लोगों से मिलने व अपना दुख-दर्द कहने के लिए रघुनाथपुर ग्राम सभा से निकले तो डोडोपुर, घूरीपुर पहुंचे। वहां से आगे बढ़े तो नगर के फरहाबाद चौराहे पर पूर्व चेयरमैन अलाउद्दीन ने स्वागत किया। नुक्कड़ सभा में कहा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपना निर्णय बदला तो ठीक, वरना निर्दल ही चुनाव लड़ूंगा। साथ में जोड़ा कि यदि जनता मना कर देगी तो उसका निर्णय सर्वोपरि होगा।मैंने क्षेत्र का भ्रमण कर जनता का फैसला जानने का निर्णय लिया है।