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यूपी: चंदौली में चुनाव आयोग के रडार पर रहेंगे सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट, वहीं लोकेशन के लिए वाहनों में लगेगा जीपीएस।
चंदौली। यूपी विधानसभा चुनाव की प्रत्येक गतिविधियों पर चुनाव आयोग पैनी नजर रख रह। अब सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट आयोग के रडार पर होंगे। इनके वाहनों में जीपीएस ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। आयोग इसके जरिए उनकी लोकेशन व सक्रियता की निगरानी करेगा।
वहीं इस व्यवस्था मजिस्ट्रेट बेवजह कहीं बैठकर समय जाया नहीं कर सकेंगे। इस बार विधानसभा चुनाव में पहली बार ऐसी व्यवस्था की जा रही। आयोग ने सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट के वाहन में जीपीएस लगाने के निर्देश दिए हैं।
वहीं दूसरी ओर विधानसभा चुनाव संपन्न कराने के लिए जिले में 925 मतदान केंद्र व 1694 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। यहां शांतिपूर्वक मतदान कराने के लिए आयोग की गाइडलाइन के तैयारी पूरी कर ली गई है। चारों विधानसभा क्षेत्रों को 127 सेक्टर 21 जोन में बांटा गया है। इसमें जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है।
वहीं वे चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने व मतदान समाप्त होने तक प्रत्येक बूथों की मानीटरिंग करेंगे, जबकि आयोग चुनाव के दिन किसी भी बूथ पर गड़बड़ी होने की स्थिति या आशंका पर जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट की लोकेशन लेगा, ताकि उनकी सक्रियता का पता लगाया जा सके। इसके अलावा पोलिंग पार्टियों की रवानगी के बाद जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट बूथों को पहुंचकर वहां का जायजा लेंगे। यदि किसी मजिस्ट्रेट ने इसमें लापरवाही बरती तो इसकी जानकारी जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ ही आयोग को भी होगी। आयोग इसे सख्ती अमल में लेकर ऐसे लापरवाह मजिस्ट्रेट के विरुद्ध कार्रवाई करेगा।
वहीं दूसरी तरफ़ मतदान के दौरान सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट का वाहन तकनीकी कारणों से खराब होता है तो इसकी जानकारी कंट्रोल रूम से जिला निर्वाचन अधिकारी समेत अन्य अफसरों को हो जाएगी। मैकेनिक को तत्काल मौके पर भेजकर वाहन की मरम्मत कराई जाएगी, ताकि निर्वाचन कार्य सुचारू रूप से कराया जा सके। इसके अलावा यदि कोई समस्या होती है तो जिला निर्वाचन अधिकारी के स्तर से मामले को फौरी तौर पर सुलझाया जाएगा।
बता दें कि वहीं संजीव सिंह, जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि सेक्टर व जोनल मजिस्ट्रेट के वाहनों में जीपीएस लगाने का आयोग ने निर्देश दिया है। उनके वाहन शीघ्र ही जीपीएस से लैस होंगे। इससे निर्वाचन के दौरान वे अपने दायित्वों का सही तरीके से अनुपालन कर सकेंगे। कंट्रोल रूम से इस पर निगरानी रखी जाएगी।