
UP news
वाराणसी : अब ड्रोन से फसल और पेड़ पर दवा और यूरिया के छिड़काव कर सकते हैं किसान
वाराणसी । कल्लीपुर गांव स्थित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में शनिवार को ड्रोन के माध्यम से फसल व पेड़ पर दवा व यूरिया के छिड़काव का प्रदर्शन किया गया। गरुणा एरोस्पेस,चेन्नई द्वारा निर्मित ड्रोन को लेकर कम्पनी के कर्मचारी आचार्य नरेंददेव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या से सम्बद्ध कृषि विज्ञान केंद्र में पहुंचे।परिसर में लगे बेर के पेड़, सागौन व गेंहू की फसल पर ड्रोन से छिड़काव का प्रदर्शन हुए।वाइस प्रेसिडेंट सावंत कुमार ने बताया कि ड्रोन की कीमत चार लाख रुपए हैं।
किसानों को यह ड्रोन 75 फीसदी सब्सिडी पर दी जाएगी। ड्रोन से बीस मिनट में एक एकड़ फसल पर छिड़काव किया जा सकता हैं।दो बैटरी लगी हैं जो 40 मिनट का बैकअप देगी।इसके बाद 15 से 20 मिनट में चार्ज हो जाएगी।24 किलो वजन के ड्रोन में दस लीटर दवा या यूरिया का घोल भरने की टंकी हैं। तीस मीटर की ऊंचाई तथा एक हजार मीटर की एरिया तक इससे छिड़काव किया जा सकता हैं। ड्रोन को चलाने हेतु ट्रांसमीटर व रिसीवर हैं।एक दिन में 10-12 एकड़ का छिड़काव किया जा सकता हैं। देश के तीन सौ तथा यूपी के 52 केवीके में ड्रोन का प्रदर्शन किया जा चुका हैं।
इस अवसर पर उपस्थित कृषि तकनीकी अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर), अटारी (कानपुर) के निदेशक डा.यू.एस.गौतम ने बताया कि ड्रोन से छिड़काव की तकनीक काफी अच्छी हैं, बशर्ते जरूरत के अनुसार समय से छिडकाव की जाए। उन्होंने किसानों को बताया कि समय के साथ बदलाव बहुत जरूरी हैं।
कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष व वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक डा.नरेंद्र रघुवंशी ने निदेशक को अंगवस्त्रम व स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किए। इस अवसर पर कृषि वैज्ञानिक डा.एनके सिंह, डा.समीर पांडेय, डा. नरेंद्र प्रताप, प्रगतिशील किसान कमलेश सिंह, सर्वेश्वर नारायण सिंह, धर्मेन्द्र राय, सुशील कुमार, प्रेमचन्द्र, मनोज कुमार, सत्येंद्र समेत अन्य मौजूद रहे।