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यूपी : अलीगढ़ में कोरोना के खात्‍मे के लिए वैक्‍सीन हुआ जरूरी, वहीं 110 जगहों पर आज होगा टीकाकरण।

यूपी : अलीगढ़ में कोरोना के खात्‍मे के लिए वैक्‍सीन हुआ जरूरी, वहीं 110 जगहों पर आज होगा टीकाकरण।


अलीगढ़। कोरोना की चेन टूटी है लेकिन खतरा अभी कम नहीं हुआ है। अलीगढ़ में कोरोना के खात्‍मे के लिए तेजी से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। आज जिले के 110 जगहों पर टीकाकरण किया जाएगा। वहीं जिले में रविवार को तीसरे दिन भी कोई नया मरीज नहीं मिला। सक्रिय रोगियों की संख्या भी घटकर दो रह गई है। लेकिन, खतरा अभी टला नहीं हैं।

वहीं डब्ल्यूएचओ व अन्य शोधकर्ता, बार-बार संक्रमण के लौटने की चेतावनी जारी कर रह रहे हैं। लिहाजा, सरकार सतर्कता और सावधानी की अपील के अलावा ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण करने में लगा है। सोमवार को भी 110 स्थानों पर टीकाकरण की व्यवस्था की गई है। टीमें डोर-टू-डोर भी लाभार्थियों का टीकाकरण करेंगे। 

वहीं जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा.एमके माथुर ने बताया कि जिले में 49.27 लाख से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं। इसमें 15 से 17 आयु वर्ग के किशोरों को 2.75 लाख टीके लग चुके हैं। वहीं, 18 से 44 वालों को 32.07 लाख टीके लगाए गए हैं। इन्हीं लोगों को संक्रमण का खतरा ज्यादा है। कुल रोगियों में इसी आयु वर्ग के रोगी सबसे ज्यादा पाए गए। 

वहीं 45 से 60 वर्ष आयु वर्ग वालों को 9.58 लाख व 60 वर्ष से अधिक आयु वर्ग वालों को 5.35 लाख टीके लग चुके हैं। टीकाकरण से वंचित होने पर संक्रमण का खतरा अधिक रहता है। इसलिए सभी को टीका लगवा लेना चाहिए। जो लोग बूस्टर डोज के दायरे में आते हैं, और अभी तक दूसरा टीका भी नहीं लगवाया है तो वे अब लापरवाही न करें। 

वहीं टीकाकरण के कारण की तीसरी लहर का संक्रमण खत्म होने के कगार पर हैं। तीसरी लहर में कोई गंभीर रोगी भी इसलिए सामने नहीं आया, क्योंकि काफी लोगों का टीकाकरण हो चुका था। डा. माथुर ने बताया कि शत-प्रतिशत टीकाकरण को लेकर पूरी तैयारी है। ज्यादातर लोगों को कम से कम एक टीका लग चुका है। अब डोर-टू-डोर टीमें जा रही हैं। 

वहीं दूसरी तरफ़ टीकाकरण से संक्रमण का खतरा तो कम हुआ है, लेकिन खत्म नहीं हुआ है। बार-बार चौथी लहर को लेकर आशंका जताई जा रही है। शोधकर्ता ओमिक्रोन व डेल्टा के बारे में लगातार सचेत कर रहे हैं। ऐसे में हमें बिल्कुल लापरवाह नहीं हो जाना है। दूसरी व तीसरी लहर भी इसी तरह तेजी से फैली थी। चौथी लहर नहीं आएगी, इसकी कोई गारंटी नहीं। इसलिए सतर्कता और सावधानी बरतनी होगी।