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यूपी : आजमगढ़ में दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे बैंक कर्मचारी, वहीं 60 करोड़ का कारोबार हुआ प्रभावित।
आजमगढ़। केंद्रीय श्रमिक संगठनों के आह्वान पर दूसरे दिन मंगलवार को भी वित्तीय संस्थानों, आयकर, डाकघर, बीमा समेत कई विभागों के कर्मचारी हड़ताल पर रहे। इस दौरान अपने-अपने कार्यालयों के बाहर धरना-प्रदर्शन किया और कर्मचारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाए।
वहीं उसके बाद कलेक्ट्रेट स्थित रिक्शा स्टैंट पर पहुंचकर सभी विभागों के कर्मचारियों ने एकजुटता दिखाई। यूनियन बैंक स्टाफ एसोसिएशन के प्रदेश उप महामंत्री विष्णु गुप्ता ने बताया कि दूसरे दिन की हड़ताल से लगभग 60 करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ।
बता दें कि केंद्र सरकार की श्रम विरोधी नीतियों के खिलाफ 12 सूत्रीय मांगों को लेकर 10 केंद्रीय श्रमिक संगठनों एवं सैकड़ों स्वतंत्र ट्रेड यूनियनों ने दो दिवसीय हड़ताल का आह्वान किया है।दावा किया कि राष्ट्रव्यापी हड़ताल में बैंक, बीमा, बीएसएनएल, आयकर, पोस्ट आफिस, मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव आदि शामिल हैं।
वहीं श्रमिक संगठनों ने श्रम संहिताओं को समाप्त करने, रक्षा क्षेत्र में हड़ताल पर रोक लगाने वाले कानून को निरस्त करने, कृषि कानूनों के रद होने के बाद संयुक्त किसान मोर्चा से किए गए वादों को पूरा करने, किसी भी रूप में निजीकरण न करने, गैर आयकर दाता परिवारों को प्रतिमाह 7500 नकद एवं मुफ्त राशन देने, मनरेगा के लिए आवंटन में वृद्धि और शहरी क्षेत्रों में रोजगार गारंटी योजना का विस्तार करने आदि की मांग की है।
वहीं मांग पूरी न होने पर श्रमिक संगठनों के लोग आगे की रणनीति तय करेंगे। कहा कि हम हड़ताल के पक्ष में कतई नहीं रहते, क्योंकि इससे जनता को परेशानियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसे सरकार को भी समझना चाहिए। इससे पहले भी कई बार आंदोलन किया जा चुका है। उस समय सरकार से कई तरह के आश्वासन भी मिले, लेकिन उसका क्रियान्वयन नहीं किया गया, जिसके चलते दो दिवसीय हड़ताल का निर्णय लेना पड़ा।