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बिहार : गोपालगंज ज़िले के इस कैडर आइएएस ने विकास के लिए बनाया अनोखा एप।
बिहार। गोपालगंज में विकास के लिए फंड से अधिक विजन की जरूरत होती है। अगर आपके पास विजन है तो फंड का इंतजाम हो सकता है। गोपालगंज के डीएम डा. नवल किशोर चौधरी ने अपने शहर और जिले के विकास के लिए कुछ ऐसा ही किया है। उनके विजन को लोगों का साथ मिल रहा है। 'गोपालगंज का गौरव' एप पर आए प्रस्तावों में पांच को जिलाधिकारी डा. नवल किशोर चौधरी ने स्वीकृति दी है। इसमें सबसे बड़ा प्रस्ताव यह है कि गोपालगंज के गौरव जिले के बच्चों को साइबर सिक्योरिटी का पाठ पढ़ाएंगे।
वहीं डीआरडीओ के अधिकारी अमोद कुमार बच्चों को साइबर सिक्योरिटी के साथ ही एसटीईएम एजुकेशन व वैज्ञानिक शिक्षा देंगे। इसमें उनकी टीम भी सहयोग करेगी। इसके लिए लैब की स्थापना की जाएगी। इसमें आने वाले खर्च का अमोद कुमार खुद वहन करेंगे। उन्होंने अपनी जन्मभूमि के लिए कुछ अच्छा करने के उद्देश्य से यह प्रस्ताव जिलाधिकारी की पहल 'गोपालगंज का गौरव' एप पर दिया था, जिसे स्वीकृति मिल गई है।
वहीं दूसरी तरफ़ दूसरे स्वीकृत प्रस्ताव के तहत मुंबई के बड़े उद्योगपति प्रदीप सिन्हा जिले में पांच जगहों पर डीलक्स शौचालय बनवाएंगे। ये शौचालय विषाणु रहित होंगे। इसके निर्माण में होने वाले खर्च का वहन प्रदीप सिन्हा करेंगे। वे गोपालगंज जिले के कुचायकोट प्रखंड के रहने वाले हैं। प्रदीप सिन्हा के भाई दिलीप सिन्हा तीसरे प्रस्ताव के तहत स्किल ट्रेनिंग सेंटर व लाइब्रेरी खोलेंगे।
वहीं महिला सशक्तिकरण, बाल कल्याण और अन्य विकास कार्यों में भी मदद करेंगे। दिलीप सिन्हा दुबई में रहते हैं। चौथे प्रस्ताव के अनुसार, डा. गौरव जिले के बच्चों को बेसिक शिक्षा देंगे। वहीं, एनजीओ से जुड़े सूर्य प्रकाश राय कम्युनिटी लाइब्रेरी, ट्रेनिंग सेंटर व स्पोट्र्स जोन का निर्माण कराएंगे। आधारभूत साक्षरता के क्षेत्र में वे कार्य करेंंगे। यह पांचवां स्वीकृत प्रस्ताव है।
वहीं जिलाधिकारी डा. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि पहले चरण में पांच प्रस्तावों को स्वीकृति दी गई है। इसे धरातल पर मूर्त रूप देने में पूरा सहयोग किया जाएगा। अगली बैठक 27 मार्च होगी। इसमें अन्य प्रस्तावों पर मंथन किया जाएगा। कोई भी व्यक्ति या संस्था अपना प्रेजेंटेशन गोपालगंज के विकास के लिए साझा करना चाहते हैं तो dm-gopalganj.bih@nic.in पर ई-मेल कर सकते हैं।
वही गोपालगंज जिलाधिकारी डा. नवल किशोर चौधरी का मानना है, जिस गांव व शहर में हम पैदा हुए हैं, उसके उत्थान में कुछ योगदान जरूर करें। इसके लिए अभी प्रवासियों को लक्ष्य किया गया है। गोपालगंज जिले के विकास और अभिनव विचार साझा करने का मंच देने को उन्होंने 'गोपालगंज का गौरव' एप की शुरुआत की है। डीएम की यह पहल अब रंग लाने लगी है। इस एप पर अब तक 29 प्रस्ताव आए हैं। इन प्रस्तावों पर विमर्श चल रहा है। वहीं, 58 लोगों ने जिले के लिए कुछ बेहतर करने के लिए रुचि जताई है। बता दें कि 20 दिसंबर 2021 को 'गोपालगंज का गौरव एप' को लांच किया था।