Headlines
Loading...
हरियाणा :  प्रदेश में एक अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की खरीद, वहीं आवक में कमी का लग रहा अनुमान।

हरियाणा : प्रदेश में एक अप्रैल से शुरू होगी गेहूं की खरीद, वहीं आवक में कमी का लग रहा अनुमान।


हरियाणा। इस बार गेहूं की सरकारी खरीद को लेकर जिला भर में अनाज मंडियों और खरीद केंद्रों की संख्या बढ़कर 22 की जगह 23 हो गई है। गत वर्ष जिला भर की 22 अनाज मंडियों और खरीद केंद्रों में छह लाख आठ हजार 548 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई थी। 

वहीं इस सीजन में गांव लुखी में भी गेहूं खरीद केंद्र शुरू कर दिया गया है। इससे लुखी इसके आस-पास के गांवों के किसानों को राहत मिलेगी। इससे पहले इन किसानों को अपनी गेहूं बेचने के लिए थानेसर या अन्य अनाज मंडियों में ही पहुंचना पड़ता था।

वहीं प्रदेश सरकार की ओर से एक अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू की जाएगी। इसके लिए खरीद केंद्रों की सूची जारी कर दी गई है। कुरुक्षेत्र में गत वर्ष 608548 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की गई थी। इसमें से सबसे ज्यादा 97430 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद लाडवा की अनाज मंडी में हुई थी। 

वहीं इसके साथ ही थानेसर की नई अनाज मंडी में 97331 मीट्रिक टन, इस्माईलाबाद अनाज मंडी में 90878 एमटी, पिहोवा में 90357 एमटी व शाहाबाद अनाज मंडी में 60825 एमटी की खरीद की गई थी। वहीं कृषि विशेषज्ञों ने इस बार गेहूं की पैदावार में कमी रहने का अनुमान जताया है। 

वहीं ऐसे में इस बार अनाज मंडियों में गेहूं की आवक में गत वर्ष के मुकाबले कमी आ सकती है। गेहूं के सीजन में जनवरी और फरवरी में अधिक बारिश होने पर लगातार धूप न निकलने से गेहूं की फसल में फुटाव नहीं हो पाया था। कई जगह गेहूं की खड़े पानी ने फसलों को प्रभावित किया था। ऐसे में इस बार पैदावार कम रहने का अनुमान है।

बता दें कि वहीं जिला खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता नियंत्रण मामले अधिकारी केके गाेयल ने बताया कि इस बार 23 अनाज मंडियों में गेहूं खरीद का कार्य किया जाएगा। इसके लिए अधिकारियों को तैयारियां समय रहते पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।