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पंजाब : लहरागागा संगरूर तीन वर्ष से वेतन न मिलने पर प्रिंसिपल समेत तीन लोगों पर दर्ज़ हुआ केस।
पंजाब। लहरागागा संगरूर तीन वर्ष से वेतन न मिलने पर मंगलवार को बाबा हीरा सिंह भट्ठल कालेज के कंप्यूटर क्लर्क दविदर सिंह द्वारा की गई खुदकुशी के रोष स्वरूप परिवार को इंसाफ दिलाने के लिए कालेज स्टाफ व पारिवारिक सदस्यों द्वारा लगाया रोष धरना संपन्न हुआ। मांगें पूरी होने की सूरत में बुधवार देर शाम धरना समाप्त कर दिया गया।
वहीं हलका लहरा के विधायक बरिदर गोयल, डीसी संगरूर रामवीर व एसडीएम लहरा नवरीत कौर सेखों ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों से बातचीत करके आश्वासन दिया कि मृतक के परिवार को दस लाख रुपये मुआवजा, परिवार के एक सदस्य (पत्नी) को सरकारी नौकरी, परिवार का कर्ज माफ किया जाएगा।
वहीं इसके अलावा समूह कालेज स्टाफ के 36 माह से रूके वेतन में से छह महीने का वेतन जल्द रिलीज करवाया जाएगा, बाकी मांगों संबंधी तुरंत एक्शन लिया जाएगा। कालेज बंद नहीं होने दिया जाएगा, पालिटेक्निक कालेज की ट्रेड लाई जाएगी, किसी कर्मचारी को नहीं निकाला जाएगा। विधायक वकील बरिदर गोयल ने आश्वासन दिलाया कि बाकी मांगें पूरी करवाने सहित कालेज की बेहतरी के लिए कदम उठाए जाएंगे।
वहीं इस मौके डीएसपी मनोज गोरसी, आप नेता दीपक जैन, राकेश गुप्ता, विधायक बरिदर गोयल के बेटे गौरव गोयल, आप नेता दीपक जैन, समाज सेवी गुरी चहल, चरनजीत शर्मा आदि शामिल हुए।
वहीं दूसरी तरफ लहरा पुलिस द्वारा मृतक मुलाजिम दविदर सिंह द्वारा लिखे सुसाइड नोट के आधार पर कालेज प्रिसिपल सहित दो अन्य लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। मृतक के भाई रजिंदर सिंह के बयान मुताबिक दविदर सिंह को तीन वर्षों से वेतन नहीं मिला। परिवार का गुजारा मुश्किल हो गया था।
वहीं कालेज प्रिसिपल सतीश कांसल, रजिस्ट्रार संदीप बजाज व सहायक रजिस्ट्रार मदन लाल उसे परेशान करते रहते थे, उसका इंक्रीमेंट रोक रखा था जिसे दविदर सिंह ने सहन न करते हुए खुदकुशी कर ली। पुलिस ने तीनों लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत पर्चा दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी।
वहीं मामला दर्ज होने की सूरत में मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के बाद स्थानीय शमशानघाट में अंतिम संस्कार कर दिया गया।