
UP news
यूपी : वाराणसी में दादा की चिता को मुखाग्नि देकर सीधा मतदान करने पहुंचे।
वाराणसी। जिले में मतदान सामान्य गति से चल रहा है। सुबह मतदान सुस्त गति से शुरू हुआ तो दिन चढ़ने के साथ ही मतदाताओं का उत्साह भी चरम पर चढ़ने लगा है। वहीं दूसरी ओर मतदाताओं में उत्साह का यह आलम रहा कि लोगों ने पहले मतदान और उसके बाद जलपान की लोकतंत्र की परंपरा का निर्वहन किया।
वहीं इस कड़ी में ऐसे उदाहरण भी सामने आए जो लोकतंत्र के लिए नजीर बन गया। एक व्यक्ति ने चिता को मुखाग्नि देने के बाद अपने बूथ पर जाकर सबसे पहले मतदान कर अपने दायित्व का निर्वहन किया।
वहीं अजगरा विधान सभा के अजाव बूथ पर अपने दादा को मुखाग्नि देने वाले शुभेन्दु ने राष्ट्र के नाम अपना मतदान कर सुर्खियां बटोर लीं। अजगरा विधान सभा के अजाव गांव स्थित प्राथमिक विद्यालय के बूथ पर शुभेन्दु प्रकाश उपाध्याय ने राष्ट्र के नाम मतदान किया। अजाव गांव निवासी मिठाई लाल उपाध्याय पूर्व प्रधानाचार्य की शुक्रवार को हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया था।
वहीं मुखाग्नि इनके पुत्र शभेन्दु प्रकाश उपाध्याय ने दिया था। सोमवार को प्रातः अपने पिता नवेन्दु प्रकाश उपाध्याय के साथ अजाव बूथ पर पहुच कर राष्ट्र के नाम पर मतदान किया। शुभेन्दु प्रकाश उपाध्याय के बड़े भाई की दो वर्ष पूर्व एक सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है। दादी की भी लगभग चार वर्ष मृत्यु हो चुकी है।दादा मिठाईलाल उपाध्याय की शुक्रवार को निधन हो गया।
वहीं दादा की मृत्यु होने के बाद एक ओर लोकतंत्र का उत्सव था तो दूसरी ओर परिवार में मौत का मातम पसरा हुआ था। ऐसे में मौत के बाद परिवार ने शीघ्र चिता को मुखाग्नि देने का फैसला लिया और दोपहर के पूर्व ही अपने बूथ पर जाकर मतदान की परंपरा का निर्वहन किया। परंपराओं को पूरा करने के साथ ही लोकतंत्र की रक्षा के लिए अपने मत का प्रयोग करना भी जरूरी समझा और नजीर पेश किया।