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यूपी : बार्सिलोना के फोटोग्राफर पाको जी. रॉबल्स द्वारा खींची वाराणसी की तस्वीरों की लगेगी वैश्विक प्रदर्शनी।
वाराणसी। काशी का वैश्विक रुतबा अब विश्व पटल पर देखने को मिल रहा है। काशी में गंगा घाट और सीढ़ी-सांड़- संन्यासी की परंपराएं अब वैश्विक तौर पर तस्वीरों में जीवंत हो रही हैं। विश्व स्तर के छायाकार गंगा - काशी और घाट की तस्वीरों को शेयर कर काशी का वैश्विक बखान भी कर रहे हैं। परंपराओं को तस्वीरों के जरिए विश्व स्तर जीवित करने वाले छायाकारों का जमावड़ा काशी में लंबे समय से होता रहा है।
वहीं इस बार स्पेन के छायाकार की काशी में खींची गई तस्वीरों की प्रदर्शनी पहली बार विश्व स्तर पर नई दिल्ली में ही लगने जा रही है। सप्ताह भर बाद शुरू होने वाली छायाचित्र प्रदर्शनी में दूतावास की ओर से भी जानकारी साझा की गई है। नई दिल्ली में अगले सप्ताह से बार्सिलोना के फोटोग्राफर पाको जी. रॉबल्स की प्रदर्शनी देखने के लिए देश भर से लोगों को आमंत्रित किया गया है। प्रदर्शनी के आयोजन में वाराणसी शहर के आकर्षण को कैमरे में कैद करने के बाद उसे लैब में डेवलप किया गया है।
वहीं इस बाबत दी गई जानकारी के अनुसार इस छाया चित्र प्रदर्शनी का पाठ कवि जेसुस अगुआडो द्वारा लिखा गया है। इस बाबत नई दिल्ली में 'इंस्टीट्यूटो सर्वेंट्स' भारत में स्पेनिश और लैटिन अमेरिकी सांस्कृतिक केंद्र में स्पेन की ओर से काशी पर आधारित फोटो प्रदर्शनी की जानकारी साझा की गई है। इस बाबत संस्था की ओर से गुरुवार को ट्वीट जारी कर इस वाराणसी आधारित विशेष प्रदर्शनी की जानकारी साझा की गई है।
वहीं काशी पीएम नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से वैश्विक स्वरूप पा रहा है। लेकिन, परंपराओं के पुरातन स्वरूप को आज भी जीवंत रखा गया है। घाट से लेकर गंगा के ठाठ तक काशी का वैश्विक स्वरूप जापान के पीएम शिंजो आबे और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रां के आने के बाद से और भी आगे बढ़ा है। अब विश्व भर के नेताओं के अलावा विभिन्न देशों के दूतावासों के अधिकारी भी काशी कह जीवंत परंपराएं देखने आते हैं।