Headlines
Loading...
यूपी : वाराणसी सारनाथ के धमेख स्तूप पर बौद्ध भिक्षुओं को पूजा करने से लगाया रोका, वहीं सुरक्षा गार्ड संग भिक्षुओं की हुई नोकझोक।

यूपी : वाराणसी सारनाथ के धमेख स्तूप पर बौद्ध भिक्षुओं को पूजा करने से लगाया रोका, वहीं सुरक्षा गार्ड संग भिक्षुओं की हुई नोकझोक।

                         Vinit Jaishwal City Reporter

वाराणसी। भगवान बुद्ध की तपोभूमि सारनाथ स्थित पुरातात्विक खंडहर परिसर धमेख स्तूप पर पूजा करने से रोकने को लेकर सुरक्षा गार्ड संग नोकझोक हो गई। इससे नाराज बौद्ध भिक्षु व उपासक बुधवार की शाम को पुरातात्विक खंडहर परिसर के गेट के अंदर धरना पर बैठ गए। 

वहीं मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी अर्जुन सिंह के समझाने पर बौद्ध भिक्षु धरना समाप्त किया। वहीं अधीक्षण पुरातत्वविद अविनाश मोहंती ने कहा कि धमेख स्तूप पर पूजा व ध्यान करने के लिए नई दिल्ली स्थित डीजी आफिस से अनुमति लेनी होगी। इसके लिए लगभग 15 दिन पूर्व प्रार्थना पत्र देना होगा। 

वहीं धम्म शिक्षण केंद्र के अध्यक्ष भिक्षु चंदिमा के यहां हैदराबाद से बौद्ध अनुयायी माता भारती बाई काम्बले की पुण्यतिथि पर बुद्ध के उपदेश स्थल सारनाथ में धमेख स्तूप पर आत्मा की शांति के लिए उनकी एक छोटी तैल चित्र के साथ भिक्षु चंदिमा सहित दर्जनों बौद्ध भिक्षु व अनुयायी शाम लगभग 4.30 बजे पुरातात्विक खंडहर परिसर स्थित धमेख स्तूप में प्रवेश के लिए पुरातत्व विभाग से लगभग आठ लोग का प्रवेश टिकट भी लिया था। धमेख स्तूप पर पूजा के लिए जाने पर सुरक्षा गार्ड ने आपत्ति दर्ज की। जिसको लेकर नोकझोक होने लगी। 

वहीं इसके बाद बौद्ध भिक्षु व उपासक धरने पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने शांति व्यवस्था को देखते हुए बौद्ध भिक्षुओं को अनुमति लेकर धरना देने को कहा। भिक्षु चंदिमा ने कहा कि धरना की अनुमति के लिए गुरुवार को आवेदन दिया जाएगा। एक सप्ताह तक इसके लिए अनुमति मिले या न मिले बौद्ध भिक्षु धरने पर बैठ जाएंगे। 

वहीं जब तक बौद्ध भिक्षुओं व उपासकों को धमेख स्तूप पर ध्यान व पूजा करने की अनुमति नहीं मिलेगी धरना जारी रहेगा। इस मौके पर नागपुर के भंते विनय राखित, भंते ज्ञान रखित,भिक्षु धम्म शील, हैदराबाद की उपासिका इंदु, संदीप काम्बले, वर्षा काम्बले, अरविंद मौर्या सहित कई लोग उपस्थित थे।