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यूपी : वाराणसी में नकली निकली कोरोना वैक्सीन और जांच किट, वहीं दूसरी ओर सिप्‍ला ने कहा कि कंपनी नहीं बनाती सैनिटाइजर।

यूपी : वाराणसी में नकली निकली कोरोना वैक्सीन और जांच किट, वहीं दूसरी ओर सिप्‍ला ने कहा कि कंपनी नहीं बनाती सैनिटाइजर।

                         Vinit Jaishwal City Reporter

वाराणसी। लंका थाना क्षेत्र के रोहित नगर में एक फरवरी को पकड़ी गई कोरोना वैक्सीन, जांच किट व अन्य इंजेक्शन की जांच रिपोर्ट आ गई है। इसमें सभी नकली पाई गई हैं। जांच के लिए नकली कोविशिल्ड वैक्सीन के तीन नमूने हिमाचल प्रदेश की कसौली स्थित लैब, रेमडेसिविर व किट के नमूने लखनऊ स्थित विभागीय लैब भेजे गए ऐ। प्राथमिकता के आधार पर जांच का अनुरोध भी किया था। हालांकि प्रदेश में चुनाव के कारण रिपोर्ट आने में थोड़ी देर हुई।

वहीं रोहित नगर स्थित एक किराए के मकान में बीते छह माह से ही कोरोना की नकली वैक्सीन व जांच किट बनाकर दूसरे राज्यों में आपूर्ति की जा रही थी। इसकी जानकारी मिली तो पिछले माह औषधि नियंत्रक विभाग के साथ इंटेलीजेंस ब्यूरो व स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने एक साथ छापेमारी कर खेल उजागर किया था। मकान के तीन कमरों से नकली कोविशील्ड के लेवल युक्त 720 वायल व एक हजार वायल बिना लेबल के मिले थे। 

वहीं इनसे करीब 17 हजार डोज लगाई जा सकती थी। वहीं एंटीजन टेस्ट किट के 432 बाक्स भी मिले थ। हर बाक्स में 25 किट थीं। इनसे 10,800 लोगों की जांच हो सकती थी। कोरोना की दूसरी लहर में ब्लैक में बिके रेमडेसिविर के 1550 इंजेक्शन भी मिले थे। साथ ही कैडिला की 880 जायकोव डी वैक्सीन भी मिली थी। मौके से वैक्सीन पैकिग मशीन, स्वाब स्टिक, भारी मात्रा में खाली वायल, ढक्कन व उपकरण बरामद किए गए थे। इसमें पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था।

वहीं ड्रग लाइसेंस अथारिटी के सहायक औषधि आयुक्त केजी गुप्ता ने बताया कि हिमाचल प्रदेश की कसौली स्थित लैब व नकली रेमडेसिविर व कोरोना जांच किट के जो नमूनों लखनऊ स्थित विभाग की लैब में भेजे गए थे उसकी रिपोर्ट पिछले सप्ताह आ गई। जांच में सभी वैक्सीन, इंजेक्शन व किट नकली पाए गए हैं।

वहीं मंगलवार को शिवपुर क्षेत्र में औषधि नियंत्रण विभाग की टीम ने नकली सैनिटाइज पकड़ी थी। आरोपितों ने इस पर सिप्ला कंपनी का लेबल लगा रखा था। इस पर विभाग ने सिप्ला कंपनी के अधिकारियों से पूछताछ की। इसमें कंपनी के अधिकारियों ने बताया कि उनकी कंपनी सैनिटाइजर नहीं बनाती। 

वहीं इस सैनिटाइजर को सीएमओ कार्यालय में आपूर्ति के बाबत मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. संदीप चौधरी ने बताया कि उनके यहां जो भी सैनिटाइजर आपूर्ति होती है वह पूरी तरह टेस्टेड होती है।