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यूपी : वाराणसी में बिना डेमो ईवीएम के ही मतगणना कर्मचारियों का मिला प्रशिक्षण।
वाराणसी। मंगलवार की शाम चार बजे से लेकर आधी रात तक सपाइयों के हंगामे के बाद डीएम वाराणसी ने रात में ही फैसला कर लिया था कि ईवीएम से इस बार मतगणना का प्रशिक्षण नहीं होगा। इस बार ईवीएम से मतगणना करने वाले अधिकारियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से वीडियो पर ही प्रशिक्षित किया जा रहा है।
वहीं बीते देर रात डमी ईवीएम को दो वाहनों पर लादकर मतगणना स्थल से यूपी कालेज ले जाते समय वोटिंग वाला ईवीएम होने का आरोप लगाते हुए सपाइयों ने हंगामा कर दिया था। हंगामा होने के बाद जिला प्रशासन ने पहले हंगामे पर काबू पाया और इसके बाद रोकी गई डमी ईवीएम को जमा करने के बाद वीडियो से प्रशिक्षण देने की जानकारी रात में ही दे दी थी।
वहीं इसके बाद बुधवार को वाराणसी में उदय प्रताप कालेज में 928 काउंटिंग कर्मचारियों का प्रशिक्षण 16 कमरों में बिना ईवीएम के प्रोजेक्टर के ही माध्यम से वीडियो के आधार पर शुरू किया गया। चुनाव अधिकारियों के अनुसार यह द्वितीय प्रशिक्षण है। प्रथम प्रशिक्षण में इन्हें ईवीएम से ट्रेनिंग दी गई थी।
वहीं ईवीएम के बारे में मंगलवार की रात लगाए गए निराधार आरोपों की वजह से बुधवार को किसी ईवीएम को पहड़िया गोदाम से नहीं निकाला गया और कर्मचारियों को ईवीएम के बिना ही अन्य माध्यमों से प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस बाबत प्रशिक्षण स्थल पर भी अधिकारियों की सक्रियता बनी रही।
वहीं इस दौरान हाथ में असली ईवीएम न होने से प्रशिक्षण लेने गए कर्मचारी भी वीडियो के आधार पर काउंटिंग को लेकर माथापच्ची करते नजर आए। वहीं वाराणसी में ईवीएम को लेकर बवाल होने के बाद रात में ही जिलाधिकारी कौशलराज शर्म ने कहा था कि यह ईवीएम और मतदान वाली ईवीएम आपस में एक दूसरे से जुड़ी नहीं है। सभी चीजे संबंधित दलों को स्पष्ट कराई जा रही हैं। हमने अब निर्णय लिया है कि जो कर्मचारियों की काउंटिंग ट्रेनिंग है, उसे बिना ईवीएम के ही करवा दी जाएगी।