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यूपी : अलीगढ़ में सिपाही ने नौकरी के मामले में गलत तरीका अपनाते हुए दागदार किया खाकी।
अलीगढ़। मडराक क्षेत्र के एक युवक से मारपीट व जबरन वसूली की घटना के पीछे लेनदेन की वजह थी। पुलिस की जांच में सामने आया है कि युवक ने आरोपित सिपाही के साढ़े तीन लाख रुपये ले रखे थे। लेकिन, वापस नहीं किए थे। इसीलिए सिपाही ने पैसे वापस लेने के लिए गलत तरीका अपनाया। हालांकि पुलिस आरोपित को जेल भेज चुकी है।
वहीं मडराक क्षेत्र के केशव नगर निवासी जितेंद्र गौतम ने दर्ज कराए मुकदमे में कहा था कि 20 फरवरी को मथुरा के थाना नौझील के बरौठ निवासी विपिन ने उसे खेरेश्वर मंदिर पर बुलाया था। विपिन कार में बैठा था। तीन अन्य लोग भी थे। दो ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। आरोपितों ने जितेंद्र को कार में बिठाया।
वहीं इसके बाद जट्टारी, टप्पल, जेवर टोल आदि जगहों पर घुमाते रहे। इस दौरान बुरी तरह मारपीट की गई। पांच लाख रुपये की मांग की गई। आरोपितों ने जितेंद्र के भाई पंकज को फोन लगा दिया और झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर उससे भी पैसे मांगे। पंकज ने एक अन्य युवक को जेवर टोल भिजवाकर एख लाख रुपये दिलवाए। इसके बावजूद आरोंपितों ने जितेंद्र से जंजीर, आठ हजार रुपये ले लिए।
वहीं एसएसपी के आदेश पर आगरा में तैनात सिपाही मोनू निवासी टप्पल, विपिन व अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस मोनू व विपिन को जेल भेज चुकी है। हालांकि जांच में सामने आया है कि मोनू ने अपने भाई की फौज में नौकरी लगवाने के लिए विपिन के जरिये जितेंद्र को साढ़े तीन लाख रुपये दिए थे।
वहीं नौकरी नहीं लगी तो मोनू ने विपिन से पैसे मांगे। विपिन ने जितेंद्र से मांगे। लेकिन, वह आना-कानी करने लगा। इसके बाद यह घटना हुई। लोधा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने बताया कि विवाद साढ़े तीन लाख रुपये के लेनदेन का था। जांच की जा रही है। उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।