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यूपी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी आगमन से पहले तैयार हो जाएगा खिड़किया घाट।

यूपी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी आगमन से पहले तैयार हो जाएगा खिड़किया घाट।


वाराणसी। स्मार्ट सिटी कंपनी की क्रियान्वित योजनाओं को पूरा करने के लिए अंतिम मियाद मई तय कर दी गई है। जून में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बनारस आगमन की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले खिड़किया घाट व दशाश्वमेध प्लाजा निर्माण कार्य पूरा कर लेना है। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने सोमवार को इस आशय का निर्देश स्मार्ट सिटी कंपनी के अफसरों को दिया है। उन्होंने स्मार्ट सिटी कंपनी के महाप्रबंधक डा.डी. वासुदेवन के साथ समीक्षा बैठक भी की।

वही खिड़किया घाट पुनरुद्धार कार्य अब तक 80 फीसद से ज्यादा हो चला है। दो चरणों में कार्य कराना है। आदिकेशव घाट तक पक्का किया जाएगा। हालांकि आदिकेशव घाट तक निर्माण का कार्य दूसरे फेज में होगा। पहले फेज में खिड़किया से आदिकेशव घाट के बीच बन रहे हेलीपैड तक निर्माण होगा। दूसरा फेज आदिकेशव घाट जाएगा। वहीं, दशाश्वमेध प्लाजा निर्माण की गति बेहद धीमी है। अब तक 50 फीसद निर्माण ही पूरा हो सका है, जबकि इसकी अंतिम मियाद दो बार से अधिक बदली जा चुकी है।

वहीं काशी के घाटों पर पर्यटकों का हुजूम उमड़े और यहां उनके लिए बेहतर सुविधाएं विकसित हों इसके लिए पयर्टन विभाग, नगर निगम समेत अन्य कई विभागों ने बुनियादी सुविधाओं के साथ वहां लग्जरी सुविधाओं के विकास का खाका तैयार किया है। दशाश्वमेध, अस्सी घाट के बाद इस बार विकास का केंद्र खिड़किया घाट है। यहां 35.83 करोड़ से करीब 11.5 एकड़ एरिया में आधुनिकतम सुविधाओं का विकास होना है जिसमें करीब 65 फीसद से अधिक काम पूरा हो चुका है। घाट पर धर्म, कला, संस्कृति का मिलाप दिखेगा। वहीं, हेलीपैड की सुविधा भी यहां विकसित की जाएगी।

वहीं करीब 11.5 एकड़ जमीन में से 1.6 एकड़ भूमि पर बहुउद्देशीय प्लेटफार्म बन गया है। यहां दो हेलीकाप्टर उतर सकते हैं। इस नए टूरिस्ट डेस्टिनेशन को जल, थल व नभ तीनों से जोड़ा जाएगा। डेडिकेटेड ई-रिक्शा कारिडोर की भी कनेक्टिविटी दी जाएगी। बहुउद्देशीय प्लेटफार्म पर बच्चों, बुजुर्गों व दिव्यांगों के लिए विशेष सुविधा का विकास किया जा रहा है। 

वहीं दूसरी ओर ताकि उन्हें घाट से गंगा की तलहटी तक पहुंचने में आसानी हो। यहां पर्यटकों को गंगा स्नान की बेहतरीन सुविधा के साथ ही श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन व वाटर स्पोट्स का मजा लेने के लिए टिकट बुङ्क्षकग व नाव व बजड़े की सुविधा मिलेगी। मार्निंग वाक, व्यायाम के अलावा यहां लाइब्रेरी की भी सुविधा मिलेगी। 

वहीं इतना ही नहीं फूड प्लाजा, आरओ प्लांट के साथ ही शिल्प से जुड़े कारीगरों को स्थान दिया जाएगा जहां बनारस से जुड़े लकड़ी के खिलौने आदि मिलेंगे। तय कार्यक्रम के तहत वर्ष 2023 तक आदिकेशव घाट तक निर्माण किया जाएगा। काशी में गंगा किनारे का यह पहला घाट है। पहला व दूसरा घाट जुड़ कर भव्य आकार पाएंगे।