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यूपी : मुंबई में बिल्डर की हत्या में वांछित दो शूटर वाराणसी में हुए गिरफ्तार। .
वाराणसी। स्पेशल टास्क फोर्स ने मुंबई के चर्चित बिल्डर समरजीत उर्फ जय चौहान की हत्या में वांछित दो शूटरों को कमिश्नरेट पुलिस के चितईपुर थाना क्षेत्र के कंदवा क्षेत्र की आनंद नगर कालोनी से मंगलवार को गिरफ्तार किया। पकड़े गए शूटरों की पहचान मुंबई के सांताक्रूज गोलीवार में रहने वाले व सिंधोरा थाना क्षेत्र के बरांव कटौना निवासी राहुल शर्मा उर्फ राम व कपसेठी थाना क्षेत्र के लोहराडीह निवासी अभिषेक सिंह उर्फ अंकुर के रूप में हुई है।
वहीं दोनों को चितईपुर थाने में दाखिल करने के बाद ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई ले जाने के लिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया, जहां वारंट बी जारी करते हुए महाराष्ट्र की भाइंदर वसई विरार क्राइम ब्रांच के हवाले कर दिया गया। दोनों हाल ही में मारे गए मनीष सिंह उर्फ सोनू के गिरोह के हैं।
वहीं एसटीएफ की स्थानीय इकाई के एएसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि राहुल शर्मा वर्ष 2013 में मुंबई के निर्मल नगर में विजय पुजारी उर्फ बट्टा की हत्या में उम्र कैद की सजा पा चुका है और तभी से वह फरार चल रहा था। फरारी के दौरान ही वर्ष 2013 में राहुल ने मुंबई में अजील शेख की हत्या की नीयत से उसे गोली मारी थी। वर्ष 2015 में मुंबई के मीरा रोड क्षेत्र में पुष्पक होटल के पास राहुल ने बंटी प्रधान की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
वहीं बिल्डर हत्याकांड में संलिप्त शूटरों की संबंध वाराणसी से उजागर होने पर मुंबई की भाइंदर वसई विरार क्राइम ब्रांच ने यूपी एसटीएफ से सहयोग मांगा था। एएसपी ने बताया कि 26 फरवरी 2022 को मुंबई के विरार क्षेत्र में डी मार्ट के सामने बिल्डर समरजीत उर्फ जय चौहान की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
वहीं इस संबंध में विरार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। इस संबंध में एसटीएफ की स्थानीय फील्ड इकाई के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में एक टीम और भाइंदर वसई विरार क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा स्थानीय स्तर पर सूचना संकलन की कार्रवाई की जा रही थी। इस दौरान विश्वस्त सूत्र से प्राप्त सूचना के आधार पर दोनों को दबोच लिया गया। दोनों अपने किसी परिचित से मिलने के लिए आए हुए थे।
वहीं एएसपी के मुताबिक राहुल शर्मा व अभिषेक ने पूछताछ में बताया कि गत 21 मार्च को लोहता क्षेत्र में मुठभेड़ में मारा गया दो लाख रुपये का इनामी मनीष सिंह उर्फ सोनू भी बिल्डर की हत्या में शामिल था। एक अन्य अपराधी भी इस वारदात में शामिल था, जिसके बारे में सिर्फ मनीष सिंह उर्फ सोनू ही जानता था। गिरफ्त में आए शूटरों के कब्जे से नौ मोबाइल फोन, एक वोटर आइडी व आधार कार्ड बरामद किए गए।