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यूपी : सोनभद्र और चंदौली के दुर्गम इलाके के ग्रामीण नाव से पहुंचे मतदान केंद्र।

यूपी : सोनभद्र और चंदौली के दुर्गम इलाके के ग्रामीण नाव से पहुंचे मतदान केंद्र।

                            Kiran Yadav City Reporter

चंदौली। विधानसभा चुनाव 2022 के सातवें व अंतिम चरण में पूर्वांचल के नौ जिलों की 54 सीटों पर सोमवार की सुबह से ही मतदान चल रहा है। पूर्वांचल के सोनभद्र, जौनपुर, मीरजापुर, भदोही, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़, चंदौली व वाराणसी में लोग सुबह से ही घरों से मतदान केंद्र पर पहुंचने लगे हैं। वहीं पूर्वांचल के कई ऐसे भी जिले हैं जहां लोगों को मतदान केंद्र तक जाने के लिए नदी पार करनी पड़ती है। 

वहीं इसके लिए मतदाताओं को नाव का सहारा लेना पड़ता है। ऐसे ही जिले में शामिल हैं चंदौली व सोनभद्र। सोमवार को मतदान करने के लिए चंदौली में नौगढ़ के ग्राम पंचायत बाघी के कोठी घाट के लोगों को नदी को नाव से पार करना पड़ा। कोठी घाट नया घाट खजुरो के निवासी नाव पर सवार होकर मतदान करने कम्पोजिट विद्यालय नौगढ़ पर पहुंचकर अपना मतदान किए।

वहीं लगभग 500 की आबादी वाले पूरवे में 217 मतदाता हैं। जिसमें 124 पुरुष और 93 महिलाएं हैं। कोठी घाट के बस्ती के लोगों का आवागमन नाव से होता है। यहां पर प्रमुख रूप से मल्लाह, बिंद और अनुसूचित जाति के लोग निवास करते हैं। लोगों का मानना था कि रास्ता चाहे कितना भी दुर्गम ही क्यों न हो लेकिन मतदान के महापर्व में हिस्सा जरूर लेना चाहिए। मतदान को लेकर लोगों में काफी उत्साह दिखा और वे स्वजन को साथ लेकर नाव से नदी पर कर मतदान केंद्र पर वोट दिलवाने ले गए। इसमें महिलाओं की संख्या अधिक थी।

वहीं दूसरी तरफ़ कुछ ऐसी ही स्थिति सोनभद्र में भी देखने को मिली। जहां मतदाताओं को अपना मत देने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंचने के लिए नदी को पार करना पड़ा। सोनभद्र के दुद्धी विधानसभा क्षेत्र के पिंडारी गांव के बीच से बिच्छी नदी गुजरी है। यहां मतदान केंद्र तक सड़क मार्ग से जाने ले लिए लोगों को 40 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है। ऐसे में अधिकतर स्थानीय लोग नदी को ट्यूब, नाव व अन्य माध्यम से पार कर मतदान करने बूथ पर पहुंचे।

वहीं मतदाताओं ने कई परेशानियों को पार कर लोकतंत्र के महापर्व में अपनी महती भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि ऐसा अवसर पांच साल में एक बार ही आता है। ऐसे में अपने क्षेत्र के विकास के लिए अपना जनप्रतिनिधि चुनने का इससे बेहतर अवसर फिर नहीं मिलता। इस लिए हर परेशानी को पार कर मतदान जरूर करना चाहिए।