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यूपी : वाराणसी में मतगणना स्थल पहड़िया मंडी से वाहन में ईवीएम ले जाते समय सपाइयों ने पकड़ते हुए जमकर किया हंगामा।
वाराणसी। जिले में मंगलवार की शाम समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने पहड़िया मंडी से ईवीएम एक वाहन में भरकर बाहर ले जाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन और हंगामा शुरू कर दिया। पहड़िया मंडी में ही ईवीएम को सोमवार की रात जिले भर से संकलित कर एक जगह रखा गया था।
वहीं ईवीएम को वाहन में भरकर बाहर ले जाने के आरोप में सपाइयों ने हंगामा कर दिया तो प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर सपाइयों को समझाने में जुट गए। पहड़िया मंडी में एक वाहन पर ईवीएम लदकर कहीं जा रहा था कि मौके पर मौजूद सपा कार्यकर्ताओं ने उसे रोक लिया।
वहीं ईवीएम लदे वाहन को पकड़ने के बाद सपाइयों ने हंगामा शुरू कर दिया। वहीं मौके पर पहुंचे अधिकारियों का कहना था कि यह ईवीएम कल मतगणना की ट्रेनिंग के लिए यहां से यूपी कालेज ले जाया जा रहा था। इस बाबत मौके पर मौजूद समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों का आरोप था कि शहर दक्षिणी विधानसभा का ईवीएम निकालकर यहां से बाहर भेजा जा रहा है।
वहीं मौके पर पहुंचे अधिकारियोंं ने इस बाबत बताया कि यह ईवीएम बुधवार को दिन में मतगणना के प्रशिक्षण के लिए यहां से यूपी कालेज भेजा जा रहा था।वहीं हंगामा की जानकारी होने के बाद एडीएम प्रशासन समेत सभी आला अधिकारी मौके पर पहुंचे और सपाइयों को समझाने बुझाने का प्रयास करने लगे।
वहीं मौके पर प्रदर्शन कर सहे सपाइयों का कहना था कि प्रशासन से ज्यादा वह मीडिया के एक्जिट पोल को लेकर नाराज हैं। सपाइयों ने धरना प्रदर्शन करने के साथ ही भाजपा और मोदी -योगी के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी। इसके बाद मौके पर पुलिस और सुरक्षा बलों को बुलाकर मतगणना स्थल की सुरक्षा को और पुख्ता करने की तैयारियां शुरू कर दी गईंं।
बता दें कि जिलाधिकारी कौशलराज शर्मा ने बताया कि प्रशिक्षण हेतु यह सभी ईवीएम मंडी स्थित अलग खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से यूपी कॉलेज जा रही थी, कुछ राजनैतिक लोगों ने वाहन को रोक कर उसे चुनाव में प्रयुक्त ईवीएम कह कर अफवाह फैलाई है।
वहीं कल काउंटिंग ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की द्वितीय ट्रेनिंग है और हैंड्स ऑन ट्रेनिंग हेतु ये मशीन ट्रेनिंग में हमेशा प्रयुक्त होती है। जो ईवीएम चुनाव में प्रयुक्त हुई थीं वे सब स्ट्रांग रूम में सीआरपीएफ के कब्जे में सील बंद हैं और उसमें सीसीटीवी की निगरानी है जिसे सभी राजनैतिक दलों के लोग देख रहे हैं।