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यूपी : मेरठ में 100 रुपये का मानक वाली मरीजों की थाली पर खर्चे जा रहे मात्र 24 रुपये।
मेरठ। मेडिकल कालेज में भर्ती मरीजों के खानपान को लेकर बड़ी खामी सामने आई है। कालेज में आडिट कर रही टीम ने पाया कि मरीजों के लिए रोजाना भोजन पर 100 रुपये का बजट तय होने के बावजूद उन्हें महज 24 रुपये की थाली दी जा रही है। रिपोर्ट में पूछा गया है कि इतने कम रुपये में पोषणयुक्त खानपान कैसे संभव है?
वहीं कैग की टीम मेडिकल कालेज के पिछले पांच साल के खर्च की पड़ताल कर रही है। यहां रोजाना उपस्थित करीब आठ सौ मरीजों के भोजन के लिए सालाना 55 लाख रुपये का बजट है। टीम ने पूछा कि एक रोगी पर सिर्फ 24 रुपये खर्च हो रहे हैं। मेडिकल प्रबंधन ने टीम को बताया कि मरीजों को पनीर, अंडा एवं दूध नहीं दिया जा रहा है। जबकि प्रसूताओं एवं टीबी के मरीजों के लिए पोषण बेहद जरूरी है।
वहीं आडिट करने वाली टीम ने रसोई, भोजन, खानपान एवं मरीजों की ओपीडी को मानकों से कमतर पाया। सब्जी, दाल, चावल एवं मसालों का रखरखाव भी बेहतर नहीं मिला। प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि मरीजों के खानपान का बजट बढ़ाने के लिए शासन से कई बार पत्राचार हुआ। स्तरीय खानपान के लिए कम से कम सालाना एक करोड़ का बजट होना चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ़ आइआइएमटी आयुर्वेदिक चिकित्सालय की टीम ने अब्दुल्लापुर स्थित नीतू बाल एकेडमी में पंचकर्म चिकित्सा परामर्श एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया। डा. परीक्षित ने जानकारी देते हुए बताया कि गर्मियों के मौसम में संतुलित हल्का व ताजा भोजन का सेवन करें। पानी पर्याप्त मात्रा में पियें और ठंडे जल से ही स्नान करना चाहिए।