UP news
यूपी : वाराणसी में हाईस्कूल और इंटर की लिखित बोर्ड परीक्षाएं हुईं समाप्त, वहीं प्रायोगिक 23 अप्रैल से होने की संभावना।
वाराणसी। यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं बुधवार को पूरी तरह से समाप्त हो गई। परीक्षार्थी के चेहरे पर परीक्षा समाप्त होने की खुशी साफ झलक रही थी। दूसरी ओर जनपद में सकुशल पूर्वक परीक्षा समाप्त होते ही शिक्षक व शिक्षा विभाग ने भी राहत की सांस ली।
वहीं बोर्ड ने इंटर प्रायोगिक परीक्षा की तिथि अब तक नहीं जारी की है। हालांकि इंटरमीडिएट की प्रायोगिक परीक्षाएं 23 अप्रैल से होने की संभावना है। प्रायोगिक परीक्षा की तिथि दो दिनों के भीतर जारी होने की उम्मीद है।
वहीं दूसरी तरफ़ क्षेत्रीय बोर्ड कार्यालय के अपर सचिव सतीश सिंह ने बताया कि प्रायोगिक परीक्षा के संबंध में बोर्ड ने बुधवार को गूगल मीट बुलाई थी। इसमें प्रयोगात्मक परीक्षा भी सीसी टीवी कैमरे की निगरानी में कराने का निर्देश दिया गया। इस क्रम में विद्यालयों को प्रयोगशाला कक्ष में भी तत्काल सीसी कैमरा लगवाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल के परीक्षार्थियों का मुख्य परीक्षा से पहले ही विद्यालय स्तर पर आंतरिक मूल्यांकन कराया जा चुका है।
वहीं सभी विद्यालयों को आंतरिक मूल्यांकन का अंक बोर्ड की तत्काल बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है। इस क्रम में पोर्टल क्रियाशील कर दिया गया है। विद्यालयों को हाईस्कूल के नैतिक योग, खेल व शारीरिक शिक्षा व इंटर के का शारीरिक शिक्षा का अंक पोर्टल पर 30 अप्रैल तक अपलोड करना अनिवार्य है।
वहीं हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं समाप्त होते ही यूपी बोर्ड कापियों के मूल्यांकन की तैयारी में जुट गया है। उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 23 अप्रैल से शुरू होने की संभावना है। जनपद में मूल्यांकन के लिए तीन केंद्र बनाए गए हैं। डीआइओएस डा. विनोद कुमार राय के मुताबिक राजकीय क्वींस इंटर कालेज, महाबोधि इंटर कालेज (सारनाथ) व प्रभु नारायण राजकीय इंटर कालेज (रामनगर) केंद्र पर हाईस्कूल व इंटर दोनों परीक्षाओं की कापियों का मूल्यांकन होगा।
वहीं यूपी बोर्ड के इंटर की परीक्षा भी बुधवार को समाप्त हो गई। अंतिम दिन इंटर अंग्रेजी की परीक्षा में सभी केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट व पुलिस फोर्स मुस्तैद दिखी। बलिया में पर्चा लीक होने के कारण बोर्ड ने वाराणसी सहित 24 जिलों में 30 मार्च को आयोजित होने वाली इंटर अंग्रेजी की परीक्षा निरस्त कर दी थी। अंग्रेजी में पंजीकृत 35854 में से 33871 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल रहे। जबकि 1983 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी।
वहीं दूसरी ओर यूपी बोर्ड के हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं शुचिता पूर्वक कराने के लिए जनपद में सचल दस्ते की पांच टीमें गठित की गई थी। 24 मार्च से 13 अप्रैल तक सचल दस्ते ने केंद्रों के निरीक्षण के नाम पर लाखों रुपये का तेल फूंक दिया। इसके बावजूद सचल दस्ते को जनपद से एक भी परीक्षार्थी नकल करते हुए नहीं मिले। शिक्षकों का कहना है कि वायस रिकार्डरयुक्त सीसी टीवी कैमरे से परीक्षाओं में नकल पूरी तरह से रूक गई है। यही कारण है कि किसी भी केंद्र आंतरिक सचल दस्ता भी परीक्षार्थी को रिस्टीकेट नहीं कर सका।