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यूपी : वाराणसी में दाएँ से शिक्षा तहत 3179 आवेदनों का हुआ सत्यापन और वहीं 723 हुआ निरस्त।
वाराणसी। राइट -टू-एजुकेशन आरटीई के तहत द्वितीय चरण में निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले के लिए 3179 बच्चों ने आवेदन किया है। वहीं, विसंगतियों के चलते 723 आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं। सत्यापन के बाद बीएसए ने 2456 आवेदनों को अप्रूब्ड कर दिया है।
वहीं बीएसए राकेश सिंह ने बताया कि तमाम अभिभावकों ने अपने बच्चों का आवेदन दूसरे वार्ड व ग्राम पंचायत में भर दिया था। जबकि आरटीई के तहत दाखिले के लिए उसी वार्ड या ग्राम पंचायत का निवासी होना अनिवार्य है।
वहीं सामुदायिक शिक्षा के जिला समन्वयक विमल कुमार केशरी ने बताया कि आरटीई के तहत प्रथम चरण में निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिले के लिए प्रथम चरण में लाटरी के माध्यम से 6152 बच्चे को निजी स्कूलों में मुफ्त दाखिला चयनित हुए थे।
वहीं दूसरे चरण में दो अप्रैल से 23 अप्रैल 3126 बच्चों ने आवेदन किया था। द्वितीय चरण की लाटरी जिला ग्राम्य विकास अधिकरण उमेश मणि त्रिपाठी के देखरेख में 28 अप्रैल को विकास भवन में निकाली जाएगी। बताया कि तीसरे चरण में दो मई से दस जून तक आनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं।
वहीं निशुल्क व अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार-2009 के तहत निजी स्कूलों में प्री-नर्सरी व कक्षा-एक में सीट के सापेक्ष 25 फीसद मुफ्त दाखिला अलाभित समूह व दुर्बल आय वर्ग के बच्चों निर्धारित करने का प्रावधान है। आरटीई के तहत निजी स्कूलों में पढऩे वाले प्रत्येक बच्चों को प्रतिवर्ष पांच हजार रुपये कापी-किताब का मिलता है। वहीं नया सत्र शुरू हो जाने के बाद भी सत्र 2020-21 के बच्चों को अब तक कापी किताब का पैसा नहीं मिला है। जबकि बीएसए कार्यालय की ओर से सरकार को दो बार डिमांड भेजा जा चुका है।
वहीं शासन के निर्देश पर चलाए जा रहे अभियान के तहत पिंडरा विकास खंड के तीन स्कूलों की मान्यता खत्म होने के बावजूद स्कूल चलते हुए मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी ने फूलपुर पुलिस को तहरीर दी। खंड शिक्षा अधिकारी मंगरु राम मंगलवार को क्षेत्र के प्राइवेट स्कूलों के जांच के लिए निकले। इस दौरान आदर्श सरस्वती ज्ञान मन्दिर फूलपुर, गीता पब्लिक स्कूल व एमजीएम इंग्लिश स्कूल सुरही का निरीक्षण किया।
वहीं निरीक्षण के दौरान स्कूल में शिक्षण कार्य होते मिला लेकिन अद्यतन मान्यता की कापी नहीं दिखा सके। खंड शिक्षा अधिकारी का कहना है कि बिना किसी मान्यता के उक्त विद्यालय चल रहे हैं। ऐसे में बंद कराने व एफआईआर दर्ज कराने के लिए फूलपुर पुलिस को तहरीर दी गई। वही इस बाबत प्रबंधकों का कहना है कि मान्यता के लिए आनलाइन आवेदन किये गए हैं। बीएसए राकेश सिंह का कहना है कि बिना मान्यता के किसी स्कूल का संचालन नहीं किया जा सकता है।