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देहरादून : उत्तराखंड में बिजली संकट से राहत के लिए सात एमयू बिजली की व्यवस्था।
देहरादून। उत्तराखंड में गहराते बिजली संकट से पार पाने के लिए सरकार गंभीरता से जुट गई है। इस कड़ी में अगले सप्ताह के लिए सात मिलियन यूनिट बिजली का इंतजाम कर लिया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बीते रोज ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश में गहराते बिजली संकट पर कड़ा रुख अपनाया था। विभागीय कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए बिजली कटौती समाप्त करने की कार्ययोजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे।
वहीं मुख्यमंत्री की तीखे तेवरों को देखते हुए विभाग ने संकट से निपटने के लिए हाथ-पांव मारने शुरू कर दिए हैं। सचिव ऊर्जा आर मीनाक्षी सुंदरम के अनुसार समस्या के स्थायी समाधान के मद्देनजर रत्नागिरि प्लांट से भी बिजली खरीद के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जून में राज्य की जल विद्युत परियोजनाओं में विद्युत उत्पादन बढऩे पर स्थिति पूरी तरह से ठीक हो जाएगी।
वहीं ऊर्जा सचिव सुंदरम ने कहा कि वर्तमान में बिजली की मांग काफी बढ़ गई है, जबकि उत्पादन विभिन्न कारणों से प्रभावित हुआ है। गैस आधारित विद्युत संयंत्रों पर रुस-यूक्रेन युद्ध का प्रभाव पड़ा है, क्योंकि गैस की ज्यादातर आपूर्ति इन्हीं दोनों देशों से होती है। इसके अलावा कोयला भी समिति रूप में है। बावजूद इसके जलविद्युत परियोजनाओं से विद्युत आपूर्ति सुचारू रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस हफ्ते स्थिति कुछ बेहतर रही है। अगले सप्ताह यह और बेहतर हो जाएगी।
वहीं उन्होंने कहा कि राज्य में विद्युत उत्पादन मुख्य रूप से जल विद्युत परियोजनाओं पर निर्भर है। जून में उत्पादन बढऩे पर स्थिति अच्छी हो जाएगी। उन्होंने राज्य के सभी घरेलू और औद्योगिक उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे सरकार को सहयेाग करे। स्थिति को सामान्य बनाने के लिए सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है।
वहीं भाजपा ने जंगल की आग और विद्युत संकट के मामले में कांग्रेस पर राजनीतिक करने का आरोप लगाया है। भाजपा प्रवक्ता मनवीर चौहान ने कहा कि सरकार इस समस्या से निपटने के लिए युद्धस्तर पर प्रयास कर रही है। कांग्रेस को आपसी लड़ाई और गुटबाजी के कारण यह नजर नहीं आ रहा है।
वहीं एक बयान जारी कर भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि भाजपा चुनाव में जीत दर्ज करने के बाद शालीन तरीके से जनहित से जुड़े मसलों पर लगातार काम कर रही है। वहीं, कांग्रेस पराजित होने के बाद आपस में ही लड़ रही हैं। कांगे्रस नेता केवल राजनीतिक हित तलाशते हुए बयान बाजी कर रहे हैं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार का एक माह का कार्यकाल आलोचकों के लिए करारा जवाब है। सरकार ने एक माह के कार्यकाल में एतिहासिक निर्णय लिए हैं।