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कानपुर : पनकी के ऐतिहासिक तालाब में सदियों पुराने कछुओं की मौत पर नपेंगे जिम्मेदार : विधायक

कानपुर : पनकी के ऐतिहासिक तालाब में सदियों पुराने कछुओं की मौत पर नपेंगे जिम्मेदार : विधायक


कानपुर । पनकी स्थित ऐतिहासिक कछुआ तालाब पर सदियों पुराने कछुअे और मछलियां तालाब की शोभा बढ़ा रही हैं। इधर भीषण गर्मी में भी कछुओं को किसी प्रकार की परेशानियों को सामना न करना पड़े।


इसके लिए नगर निगम के संबंधित जिम्मेदार पूरी जिम्मेदारी के साथ कछुओं का विशेष ख्याल रखें। इस ऐतिहासिक तालाब में कछुओं और मछलियों की मौत पर जिम्मेदारों पर कार्रवाई होना सुनिश्चित है। यह बातें शनिवार को गोविन्द नगर के भाजपा विधायक ने नगर निगम के चीफ इंजीनियर को चेतावनी देते हुए कही।

गोविंद नगर विधानसभा के विधायक सुरेंद्र मैथानी द्वारा पनकी स्थित कछुआ तालाब का निरीक्षण एवं उसके कार्य प्रगति योजना के लिए स्थानीय लोगों से चर्चा की गई। विधायक ने मौके पर डेवलपमेंट देखा एवं सदियों पुराने कछुओं और बड़ी संख्या में मछलियों को बचाने के लिए मौके से ही चीफ इंजीनियर नगर निगम को निर्देश दिया कि यदि किसी लापरवाही की वजह से किसी भी कछुआ या मछली की जान गई तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और आवश्यकता पड़ी तो वन्यजीव अधिनियम के अंतर्गत मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा। किसी भी कीमत पर इसमें लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो भी दोषी होंगे, चाहे वह ठेकेदार कंपनी हो, या कर्मचारी हों, उन पर नकेल कस दी जाएगी। हर हाल में समयबद्ध कछुए और मछलियों के संरक्षण के लिए व्यवस्थाओं को पूर्ण करने का विधायक ने मौके से ही नगर आयुक्त कानपुर नगर निगम को निर्देश दिया।

विधायक ने बताया कि, हमारे क्षेत्र के अंतर्गत पनकी में स्थित सदियों पुराना, ऐतिहासिक कछुआ तालाब है। जिसमें बड़ी-बड़ी मछलियां और 50-50 किलो से भी ज्यादा वजन के लंबी आयु वाले कछुए हैं। जिनकी आयु का अंदाजा भी लगाना कठिन है। उक्त तालाब में बहुत पुराने पुराने जल जीव रहते हैं। पिछले दिनों उसके पुनर्निर्माण सुंदरीकरण के लिए नगर निगम के द्वारा टेंडर दिया गया था। बहुत ही धीमी गति से ठेकेदार द्वारा काम कराए जाने के कारण से पिछली सर्दियों में भी काफी संख्या में उसमें रहने वाली बड़ी-बड़ी मछलियां तथा बड़े बड़े कछुए जल के अभाव में मर गए थे।

ठेकेदार के आदमियों ने गलत तरीके से तालाब के पानी को काटने से बड़ी संख्या में मछलियां और लगभग 50-50 किलो के कछुवे भी मर गये थे। यदि ठेकेदार की लापरवाही से बेजुबान जल जीवों पर अत्याचार हुआ तो कानून के अंतर्गत कानूनी कार्यवाही कराने के लिए एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। विधायक ने नगर आयुक्त से अविलंब कछुआ तालाब के निर्माण को कराकर बेजुबान जानवरों की रक्षा की व्यवस्था देने की बात कही।

इस दौरान पार्षद सुमित पाल एवं नगर पार्षद दीपक सिंह एवं अभिनव दीक्षित, विपिन दुबे, ललित उपाध्याय, कौशलेंद्र परिहार, अमित तिवारी, विजय पटेल, लाखन सिंह चंदेल, अभिनव दुबे, सियाराम पाल आदि लोग मौजूद रहें।