नई दिल्ली । इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर में आग लगने की बढ़ते मामले को देखते हुए सरकार लापरवाही करने वाली कंपनियों के खिलाफ आवश्यक आदेश जारी करेगी।
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि ऐसी घटनाओं की जांच को लेकर एक एक्सपर्ट कमेटी के गठन का ऐलान किया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जल्द ही इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर गाड़ियों की क्वालिटी को लेकर एक नई गाइडलाइन जारी की जाएगी और लापरवाही करने वाली कंपनियों पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अगर जांच में किसी कंपनी की ओर से लापरवाही पाई गई तो उस पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही बाजार से सभी खराब व्हीकल्स को वापस बुलाने का आदेश दिया जाएगा। गडकरी ने कहा कि कमेटी की रिपोर्ट्स आने तक कंपनियां खुद से बाजार में गए सभी खराब व्हीकल्स को वापस बुलाने की कार्रवाई कर सकती हैं।
केंद्रीय मंत्री ने सोशल मीडिया पर दी जानकारी
नितिन गडकरी ने ट्वीट कर कहा, 'पिछले दो महीनों में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर से जुड़ी कई दुर्घटनाएं सामने आ चुकी हैं। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं में कुछ लोगों की जान गई है और कई लोग घायल हुए हैं। उन्होंने आगे कहा, 'हमने इन घटनाओं की जांच करने एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है। साथ ही यह कमेटी भविष्य में ऐसी घटनाएं होने से रोकने के उपाय भी बताएगी। कमेटी के रिपोर्ट्स के आधार पर हम गड़बड़ी करने वाली कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने का पहला मामला 26 मार्च को सामने आया था, जब पुणे में एक ओला ए1 प्रो इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लग गई थी। इस घटना का एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इसी 26 मार्च की शाम तमिलनाडु के वेल्लोर में ओकिनावा इलेक्ट्रिक स्कूटर में आगने की घटना सामने आई। इसके दो दिन बाद 30 मार्च को चेन्नई में प्योर ईवी के एक इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगने की घटना सामने आई थी। नासिक में 11 अप्रैल को ट्रक में भरे स्कूटरों में आग लग गई थी।