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यूपी : भदोही में सहायक अध्यापक की हत्या कर शव को  दबाया तालाब के पटिया से।

यूपी : भदोही में सहायक अध्यापक की हत्या कर शव को दबाया तालाब के पटिया से।


भदोही। चौरी क्षेत्र के अमवा खुर्द गांव में शनिवार की रात अज्ञात बदमाशों ने सहायक अध्यापक अरविंद कुमार (42) की हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए तालाब में पटिया से बांधकर दबा दिया। सुबह परिवार के लोग खोजते हुए तालाब के पास पहुंचे तो आशंका होने पर पानी में उतरकर तलाश शुरू की। 

वहीं करीब आधे घंटे बाद शव को निकाला गया। घटना की जानकारी होते ही अपर पुलिस अधीक्षक राजेश भारती मय फोर्स पहुंच गए। फोरेंसिक टीम मामले की जांच में जुटी रही। पत्नी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

वहीं चौरी थाना क्षेत्र के अमवां खुर्द गांव निवासी अरविंद कुमार पूर्व माध्यमिक विद्यालय जगदीशपुर में तैनात थे। शनिवार को करीब सात बजे वह घर पर ही थे कि किसी ने उनके माेबाइल फोन पर काल किया। बातचीत होते होते फोन पर झड़प होने लगी। 

वहीं कुछ देर बाद वह आक्रोशित होकर घर से निकल गए। काफी देर तक जब वह वापस नहीं आए तो परिवार के लाेग खोज करने लगे। उनके मोबाइल फोन पर कई बार संपर्क करने की कोशिश की लेकिन वह बंद बता रहा था।

वहीं रात में ही इसकी जानकारी पुलिस को दे दी और खुद आसपास खोजते रहे। रविवार की सुबह खोजने के दौरान स्वजनों को गेहूं के खेत में खून के धब्बे दिखाई दिए। इसके आसपास मिर्ची वाला स्प्रे का डिब्बा व मृतक का टूटा हुआ चप्पल मिला। इसके बाद आशंका और गहरा गया और परिवार के लोग पास में ही स्थित तालाब के पास पहुंच गए। यहां पर भी खून के छिंटे देखे तो वह पानी में उतरकर तलाश करने लगे। 

वहीं कुछ ही देर बाद पटिया से बंधा शव बरामद किया। पुलिस की उपस्थिति में शव को बाहर निकाला गया। मृतक के दोनों पैर भी आपस में बंधे थे और नाक से खून निकला हुआ था। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पत्नी ज्योति रानी की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। मृतक को तीन पुत्री व एक छोटा पुत्र है। शिक्षक की हत्या को लेकर गांव में मातमी सन्नाटा छाया रहा।

वहीं शिक्षक की हत्या को लेकर पुलिस टीम सक्रियता से जांच में जुटी हुई है। मृतक शिक्षक का मोबाइल फोन बंद है, जिसे अभी तक बरामद नहीं किया जा सका है। माना जा रहा है कि बदमाश हत्या के बाद मोबाइल फाेन को या तो अपने साथ लेते गए या तो तालाब में फेंक दिए हैं। अब काल डिटेल से ही हत्यारोपितों तक पहुंचा जा सकता है। आखिर वह किसका काल था जिस पर अरविंद कुमार भड़के हुए थे। इसके माध्यम से ही पुलिस हत्यारों तक पहुंच सकेगी।

बता दें कि शिक्षक अरविंद बहुत ही सुशील और मृदुभाषी थे। वह अपनी बड़ी बेटी पूजा की शादी भी 14 जून को निश्चित की की थी। शादी की तैयारी में वह जुटे हुए थे। मौत की जानकारी मिलते ही परिवार के लोगों पर मानो वज्रपात हो गया। पत्नी ज्याेती रानी बेटी के हाथ पीले करने की बात कर महिलाओं से चिपक कर रोने लग जा रही थी। महिलाएं उसे शांत कराने की कोशिश में जुटी रही।

वहीं अमवा खुर्द गांव में एक समाज के लाेगों का आतंक है। वह दूसरे समाज की बहू- बेटियों के साथ छेड़छाड़ करते रहते हैं। जब कोई आवाज उठाता है तो उनके खिलाफ दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करा देते हैं। इसी गांव में कुछ दिन पहले भी गोली चलने की घटना हुई थी। पुलिस भी इन दबंगों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाए रफा-दफा कर देती थी। इस घटना के पीछे ही उसी समाज के लोग शामिल हैं। शिक्षक होने के कारण मृतक अरविंद कई बार उन लोगों को समझा चुके थे लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे। पुलिस इस बिंदु को भी ध्यान में लेकर जांच में जुटी हुई है।