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यूपी : गोरखनाथ मंदिर की घटना के बाद वाराणसी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम मंदिर में ज़ारी हुआ अलर्ट।

यूपी : गोरखनाथ मंदिर की घटना के बाद वाराणसी श्रीकाशी विश्वनाथ धाम मंदिर में ज़ारी हुआ अलर्ट।

                          Vinit Jaishwal City Reporter

वाराणसी। गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे सुरक्षा कर्मियों पर हमला करने और आतंकी हमले की साजिश मानते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने जांच बैठा दी है। उन्होंने यूपी एटीएस और एसटीएफ को संयुक्त रूप से जांच करने का निर्देश दिया है। वहीं, गोरखपुर मंदिर की घटना को गंभीरता से लेते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में अलर्ट जारी कर दिया गया है।

वहीं एडीसीपी (सुरक्षा) अजय कुमार सिंह और एडीसीपी चक्रपाणि त्रिपाठी ने श्रीकाशी विश्वनाथ धाम का निरीक्षण करने के साथ सुरक्षा कर्मियों को ब्रिफ किया। उन्होंने सुरक्षा कर्मियों को चौकस रहने और बिना तलाशी लिए किसी भी व्यक्ति को अंदर नहीं जाने का निर्देश दिया। कंट्रोल रूम के सुरक्षा कर्मियों को सीसीटीवी कैमरे की मानीटरिंग करने को कहा।

वहीं गोरखनाथ मंदिर के बाहर धार्मिक नारा लगाते हुए मोहम्मद मुर्तजा अब्बासी पहुंचा। वहां तैनात सुरक्षा कर्मी कुछ समझ पाते तब तक मोहम्मद मुर्तजा अब्बासी ने धारदार हथियार से सुरक्षा कर्मियों पर हमला बोल दिया जिससे जवान लहूलुहान हो गया। उसने सुरक्षा कर्मियों का शस्त्र भी छीनने की कोशिश की। 

वहीं शासन के निर्देश पर एडीसीपी ने परिसर का निरीक्षण करते हुए सुरक्षा कर्मियों को ब्रिफ करते हुए कहा कि मंदिर के प्रवेश गेट पर लगे सुरक्षा कर्मी 24 घंटे अलर्ट रहे, मंदिर आने वाले हर व्यक्ति की जांच करें, वह चाहे जो भी हो। संदिग्धों पर विशेष नजर रखें, तनिक भी संदेह होने पर उसे तत्काल हिरासत में ले लें। बिना तहकीकात किए नहीं छोड़े।

वहीं सुरक्षा कर्मी अलर्ट रहने के साथ आपात स्थिति में सुरक्षा कर्मी एक-दूसरे का सहयोग करें। हर चेक प्वाइंट पर सुरक्षा कर्मी मौजूद रहे, बिना दूसरे साथी को अलर्ट किए चेक प्वाइंट नहीं छोड़े। श्रीकाशी विश्वनाथ धाम की सुरक्षा में करीब 997 सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। यह माना जाता है कि करीब 97 सुरक्षा कर्मी अवकाश पर रहते हैं, ऐसे में एक शिफ्ट में यानी आठ घंटे में कम से कम 300 सुरक्षा कर्मी तैनात रहते हैं। इसमें सिविल पुलिस, पीएसी, सीआरपीएफ और कमांडों हैं।

वहीं एडीसीपी ने धाम परिसर में लगे सीसीटीवी और कंट्रोल रूम का निरीक्षण करते हुए कहा कि एक-एक कैमरे दुरुस्त रहे। कैमरे सही ढंग से चल रहे हैं या नहीं, इसकी जांच करते रहे, खराबी मिलने पर तत्काल दुरुस्त कराएं। कंट्रोल रूम में तैनात सुरक्षा कर्मी मानीटरिंग करने के साथ हमेशा अलर्ट रहे।