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यूपी : वाराणसी में बढ़ती गर्मी के बीच गांव में हैंडपंप से कम निकल रहा पानी से गामीणों के सामने उभरा संकट।
वाराणसी। तापमान जैसे-जैसे बढ़ रहा है। गांवों में हैंडपंप भी जवाब देने लगे हैं। हाल ही में हुए सर्वे के दौरान 5691 हैंडपंप रिबोर की स्थिति में मिले तो वहीं कई खराब भी हैं। हालांकि, तत्काल जिला पंचायत राज कार्यालय से आदेश जारी हुआ कि हैंडपंप ग्राम प्रधान तत्काल ठीक कराएं। जिम्मेदार अफसरों का कहना है कि 95 फीसद ठीक हो गए हैं लेकिन यह भी कहना है कि तापमान बढऩे के साथ आए दिन हैंडपंप पानी छोड़ रहे हैं।
वहीं बहरहाल सर्वे में कुल 46 हजार, 197 हैंडपंपों में से 2438 रिबोर योग्य तो वहीं 3253 हैंडपंप मरम्मत योग्य पाए गए। ब्लाक सेवापुरी के 87 ग्राम पंचायतों में सर्वाधिक 803 हैंडपंप खराब मिले। कुछ यही हाल ब्लाक आराजीलाइन के 117 ग्राम पंचायतों की भी है। यहां भी 503 हैंडपंप रिबोर के योग्य मिले। खराब हैंडपंप भी इन्हीं दोनों ब्लाक में मिले। ब्लाक बड़ागांव के अस्सी गांवों में 139 हैंडपंप रिबोर तो वहीं 272 मरम्मत योग्य मिले।
वहीं चिरईगांव ब्लाक के 76 गांवों में 220 हैंडपंप रिबोर व 334 मरम्मत कराने की श्रेणी में रखे गए हैं। ब्लाक चोलापुर के 89 गांवों में सबसे कम 83 हैंडपंप रिबोर व 101 मरम्मत के लिए मिले। ब्लाक हरहुआ के 75 गांवों में 279 रिबोर व 248 मरम्मत, काशी विद्यापीठ के 66 गांवों में 162 रिबोर व 242 मरम्मत तथा पिंडरा के 104 गांवों में 249 रिबोर व 574 मरम्मत की सूची में शामिल किए गए हैं।
वहीं दूसरी तरफ़ एडीपीआरओ राकेश यादव ने कहा कि बहुतायत हैंडपंप ठीक करा लिए गए हैं। शेष भी एक दो दिन में ठीक हो जाएंगे, पंचायतों को निर्देशित कर दिया गया है। बढ़ती गर्मी के साथ ही शहर के लोगों का जीवन संकट में पड़ता जा रहा है। कई इलाकों में पानी का संकट छा गया है। इसके पीछे बिजली कटौती, पेयजल पाइप लाइनों में फाल्ट व लीकेज के अलावा गंगा का गिरता जल स्तर है। यूं समझें कि पेयजल किल्लत से नगर में चहुंओर हाहाकार मचा है।