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यूपी : चंदौली शिकारगंज चकिया में हेल्थ वेलेनेस सेंटर पर गायब दिखे डॉक्टर, वहीं संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान दिखा ठप।
चंदौली। शिकारगंज में स्वास्थ्य विभाग संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान चला रहा, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में यह अभियान ठप पड़ा है। लोगों को इसकी जानकारी तक नहीं है। प्रचार-प्रसार का अभाव है। संचारी रोगों को लेकर भी लोग जागरूक नहीं हैं। सरकारी विभाग कागजों में कोरम पूरा कर औपचारिकता निभा रहे हैं। ऐसे में संक्रामक बीमारियों पर कैसे रोक लगेगी, इसे लेकर सवाल उठने लगा है।
वहीं संचारी रोग की रोकथाम के लिए चलाए जा रहे अभियान का जिम्मा 11 विभागों को दिया गया है। कस्बा के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की बात करें तो यहां के प्रभारी चिकित्साधिकारी का पद बीते वर्ष सितंबर से खाली चल रहा। दशा यह कि रखवाली करने को चौकीदार तक नहीं है। वार्ड ब्वाय के सहारे अस्पताल चल रहा। मुख्य पर झाड़ियां उग गई हैं।
वहीं इसमें मच्छरों के पनपने की प्रबल संभावना बनी हुई है। डीएम के निर्देश के बावजूद सफाई नहीं कराई गई। ऐसे संचारी रोगों का नियंत्रण कैसे होगा, इसको लेकर सवाल उठने लगे हैं। वहीं विभाग की लापरवाही से अभियान के तहत होने वाली गतिविधियां कहीं नहीं दिख रही हैं। इसके चलते लोगों को इसकी जानकारी तक नहीं है। विभाग महज औपचारिकता पूर्ण कर रहा है।
वहीं अभियान के तहत घर-घर जा कर आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं स्वास्थ्य विभाग की टीम संचारी रोगों की रोकथाम के लिए लोगों को कोई जानकारी नहीं दे रहीं। संचारी रोगों से लड़ने के लिए स्वास्थ्य विभाग व पंचायतीराज विभाग को संयुक्त रूप से अभियान चलाना है। यह अभियान पूरे माह तक चलेगा। इसके लिए निर्देश शासन ने जारी किए हैं।
वहीं गांवों में सफाई व्यवस्था ध्वस्त है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं। सफाईकर्मी गांव में नहीं आते हैं। इससे संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका है। मच्छर रोधी दवा का छिड़काव भी नहीं कराया है। गली में लगी गंदगी के ढेर की सफाई नहीं होने ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा।
बता दें कि वहीं डा. वाईके राय, मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि अभियान में लापरवाही की जानकारी मिली तो जिम्मेदारों पर कार्रवाई होगी। अभियान फ्लाप नहीं होगा। यह जारी रहेगा और लोगों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक किया जा रहा।