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यूपी : गोरखपुर में नौकरी छूटने के बाद बाद मुर्तजा के पास कहां से आए पैसे।
गोरखनाथ। मंदिर के सुरक्षा कर्मियों पर हमला करने के आरोपित मुर्तजा के पिता के बड़े भाई डाक्टर खालिद अब्बासी को भी एटीएस ने पूछताछ के लिए बुलाया है। शुक्रवार को विवेचक की तरफ से नोटिस मिलने के बाद उन्हें शनिवार को लखनऊ पहुंचना था, लेकिन उम्र का हवाला देकर डाक्टर ने गोरखपुर में ही पूछताछ करने का आग्रह किया। वह पुलिस लाइन स्थित एटीएस के आफिस पर बयान देने गए, लेकिन लौटा दिया गया। इसके बाद उन्होंने एटीएस मुख्यालय को ईमेल किया।
वहीं मुर्तजा से एटीएस की टीम लखनऊ में पूछताछ कर रही है। नौकरी छूटने के बाद उसके पास रुपये कहां से आए, ये पैसे मुर्तजा या उसके परिवार के ही हैं या फिर कहीं से आ रहे हैैं, इन सभी बिंदुओं पर जांच हो रही है। सीरिया सहित अन्य देशों में पैसा भेजने को लेकर एजेंसियों को मुर्तजा पर शक हुआ था और उसी के बाद एटीएस जांच करने उसके घर गई थी।
वहीं इसका पता चलने पर ही मुर्तजा घर से भाग कर नेपाल चला गया था और अगले दिन गोरखनाथ मंदिर पर तैनात सुरक्षा कर्मियों पर दाव (धारदार हथियार) से हमला किया था। मुर्तजा के अलावा एटीएस की टीम उसके स्वजन से भी कई बार पूछताछ कर चुकी है। इसी क्रम में डाक्टर अब्बासी को एटीएस मुख्यालय लखनऊ बुलाया गया है।
वहीं खुफिया एजेंसियां यह भी पता लगा रही हैं कि दो अप्रैल को नेपाल में आइएस या आतंकी नेटवर्क से जुड़े किसी संगठन का कोई नेता तो नहीं आया था, जिससे मुलाकात करने के बाद मुर्तजा ने गोरखपुर लौटकर गोरखनाथ मंदिर के प्रवेश द्वार पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला कर दिया। आशंका जताई जा रही है कि मुर्तजा नेपाल में किसी ऐसे व्यक्ति से मिला था जिसके कहने पर उसने वारदात की है।
वहीं मुर्तजा अब्बासी के पास से एटीएस को कई एटीएम कार्ड मिले हैं। 2015 के बाद से ही वह कई खातों में रुपये भेजता था।जांच में यह बात सामने आने के बाद एटीएस के साथ ही सुरक्षा एजेंसियां इसकी पड़ताल कर रही है। पूछताछ में चौकाने वाली जानकारी सामने आने के बाद मुर्तजा व उसके परिवार की संपत्ति का भी आकलन शुरू हो गया है।
वहीं अहमद मुर्तजा अब्बासी के काले कारनामों की फेहरिस्त काफी लंबी है सूत्रों की मानें तो उसका संबंध विदेश में बैठकर भारत विरोधी गतिविधि में लिप्त कई संगठनों से है। उसे मानसिक रूप में विक्षिप्त बताने वाला परिवार भी उसके इस कारनामें के बारे में खुलकर नहीं बता पा रहा है। पहले दिन से परिवार के लोग भी गोल-मोल जवाब देकर उसे बचाने में लगे हैं। अहमद मुर्तजा अब्बासी के परदादा मजिस्ट्रेट रहे हैं इसके अलावा उसके दादा न्यायिक अधिकारी रह चुके हैं। एटीएस की नजर अब उसके परिवार पर है उसका परिवार डेढ़ साल पहले मुंबई से गोरखपुर आया है। वहीं उसके बड़े पिता शहर के जाने-माने सर्जन हैं।