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यूपी : चंदौली ज़िले में मच्छर की बीमारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी।

यूपी : चंदौली ज़िले में मच्छर की बीमारी से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी।

                             Kiran Yadav City Reporter

चंदौली। कोरोना का संक्रमण कम हो गया है, लेकिन अब मच्छर जनित रोगों का खतरा बढ़ गया है। बीमारियां बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में ग्रामीणों को इन बीमारियों से बचने के लिए एहतियात बरतनी चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने भी मच्छर जनित रोगों से लड़ने की तैयारी तेज कर दिया है। 

वहीं मच्छर के काटने से होने वाली बीमारियों से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी किया है। 15 अप्रैल से दस्तक अभियान की शुरुआत होगी। इसमें स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करने के साथ मरीजों को चिह्नित भी करेंगे।

वहीं मुख्य चिकित्साधिकारी डा. वाईके राय ने बताया कि मच्छर कई तरह के रोगों के वाहक हैं। बीते दो साल को छोड़ दिया जाए तो डेंगू, चिकनगुनिया व मलेरिया रोगों से जनपद अछूता नहीं रहा है। कोरोना संक्रमण से मलेरिया, चिकनगुनिया और डेंगू की जांच में कमी आ गई थी। अब कोरोना संक्रमण दर शून्य है। कई दिनों के अंतराल पर एक या दो मामले ही प्रकाश में आते हैं। 

वहीं संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत मलेरिया विभाग ब्लड सैंपल लेकर जांच करवा रहा। इसमें पाजिटिव आने वाले मरीजों का निश्शुल्क उपचार स्वास्थ्य केंद्रों में किया जाता है। बताया कि जिले के अलग-अलग इलाकों में मच्छरों की भिन्न-भिन्न प्रजातियां हैं। यह कई तरह के वायरस और पैरासाइट के जरिए विभिन्न बीमारियां फैलाती हैं। मच्छर बहुत तेजी से बढ़ते और काटते हैं। 

वहीं मादा मच्छर की उम्र नर के मुकाबले ज्यादा होती है। मादा एडीज एक बार में 50 से 100 अंडे देती है। वह एक दिन में 70 से 80 लोगों को काट सकती है। बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने मच्छर जनित रोगों की रोकथाम के लिए अभियान चला रहा। मलेरिया विभाग मरीज की जांच कर उन्हें बेहतर उपचार देना सुनिश्चित कराएगा।


1. पूरी बाजू वाली शर्ट और पैंट पहनें।

2. घर और आफिस के आसपास कहीं पानी इकट्ठा न रहने दें।

3. मच्छरों से बचने के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।

4. डस्टबिन को नियमित रूप से ढककर रखें और साफ करते रहें।