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यूपी : आगरा में मंगेतर को आपत्तिजनक भेजकर एक सरफिरे आशिक ने तुड़वाया युवती का रिश्ता, वहीं अब व्हाट्सएप काल से मांग रहा रुपये।

यूपी : आगरा में मंगेतर को आपत्तिजनक भेजकर एक सरफिरे आशिक ने तुड़वाया युवती का रिश्ता, वहीं अब व्हाट्सएप काल से मांग रहा रुपये।

                        Rajkumar Saraswat Reporter

आगरा। सिरफिरे युवक ने एक युवती के मंगेतर को आपत्तिजनक फोटो भेजकर रिश्ता तुड़वा दिया। इसके बाद वह युवती को वाट्सएप काल करके रुपये की मांग कर रहा है। रुपये न देने पर वह फोटो इंटरनेट मीडिया पर वायरल करने की धमकी भी दे रहा है। युवती के भाई ने आरोपित के खिलाफ सिकंदरा थाने में मुकदमा दर्ज कराया है।

वहीं सिकंदरा क्षेत्र के एक गांव में रहने वाली युवती के राजाखेड़ा निवासी राजू परिहार ने आपत्तिजनक फोटो खींच लिए थे। युवती की शादी तय होने पर युवक ने उसके मंगेतर को फोटो भेज दिए। इससे युवती की शादी टूट गई। आरोपित के पास युवती का मोबाइल नंबर है। वह वाट्सएप काल करके धमकी दे रहा है। वह वाट्सएप काल करके रुपये की मांग भी कर रहा है।

वहीं पीड़िता के भाई ने मामले की शिकायत एसएसपी से की। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया था। इंस्पेक्टर सिकंदरा बलवान सिंह ने बताया कि मुकदमा दर्ज कर लिया है। आरोपित की तलाश की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं आगरा में शनिवार को लेडी लायल अस्पताल में महिला मरीज ने चिकित्सक पर अल्ट्रासाउंड के बहाने छेड़खानी का आरोप लगाया। अस्पताल परिसर में खूब हंगामा किया। महिला के भाई ने पुलिस भी बुला ली। जांच के लिए अस्पताल प्रशासन ने कमेटी बना दी है। फतेहपुरसीकरी से 25 वर्षीय महिला अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने आई थी। महिला का आरोप है कि जब वो अल्ट्रासाउंड कराने के लिए चिकित्सक के पास गई तो उन्होंने कहा कि तुम्हारा बच्चेदानी के मुख से अल्ट्रासाउंड हो पाएगा। पहले टायलेट करके आओ।

वहीं दूसरी तरफ़ टायलेट करने के बाद महिला लौटी तो चिकित्सक ने केबिन बंद कर लिया और निरोध निकाल लिया। निरोध देखते ही महिला परेशान हो गई। उसने हंगामा शुरू कर दिया। बाहर खड़े अपने भाई को जानकारी तो भाई ने 112 नंबर पर फोन कर पुलिस को बुला लिया। आरोपी चिकित्सक का कहना है कि यह पेशाब नहीं रोक पा रहीं थी, इस कारण नीचे से अल्ट्रासाउंड करना था। अल्ट्रासाउंड करने वाले हैंडल पर निरोध लगाया जाता है, लेकिन उनको गलतफहमी हो गई।

वहीं प्रमुख अधीक्षक डा. पंकज कुमार का कहना है कि चिकित्सक ने बच्चेदानी के मुख की और से अल्ट्रासाउंड करने के लिए कहा था, लेकिन मरीज गलतफहमी का शिकार हो गई। फिर भी हमने इस मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी है। कमेटी में बाल रोग विशेषज्ञ डा. आरके मिश्रा, वरिष्ठ परामर्शदाता डा. ज्योत्सना भाटिया, डा. बीपी सिंह शामिल हैं।