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यूपी : कानपुर पीएम की एडिट फोटो प्रकरण में मुकदमा दर्ज न करने पर जूही इंस्पेक्टर हुए निलंबित।
कानपुर। नवरात्र में देवी देवताओं के प्रति सोशल मीडिया पर अश्लील टिप्पणी और प्रधानमंत्री के फोटो को एडिट करके अश्लीलता फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई न करना जूही थाना प्रभारी नीरज ओझा को काफी महंगा पड़ गया। मामला पुलिस आयुक्त तक पहुंचा तो उन्होंने तत्काल मामले का संज्ञान लिया। पहले उनके आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ और बाद में थाना प्रभारी को लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया।
वहीं जूही निवासी अनिरुद्ध जायसवाल ने पिछले दिनों एक तहरीर जूही थाने में दी थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि फेसबुक पर बिजेंद्र कुमार यादव के नाम से संचालित आइडी पर प्रधानमंत्री की फोटो एडिट कर पोस्ट की गई थी। नवरात्र को लेकर भी हिंदू देवी देवताओं के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी की गई है।
वहीं इस तहरीर पर इंस्पेक्टर जूही नीरज ओझा ने कोई कार्रवाई नहीं की। डीसीपी दक्षिण का कार्यभार संभाल रहे संकल्प शर्मा ने बताया कि यह बेहद गंभीर मामला है। यह ऐसा प्रकरण है, जिसके तूल पकड़ने पर कानून व्यवस्था बिगड़ने का खतरा उत्पन्न हो जाता है।
वहीं बावजूद इसके इंस्पेक्टर की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। यही नहीं उच्चाधिकारियों के संज्ञान में भी यह मामला डालना उन्होंने उचित नहीं समझा। इसीलिए उन्हें निलंबित कर दिया गया। इस संबंध में एसीपी बाबूपुरवा आलोक सिंह के खिलाफ भी जांच शुरू की गई है।
वहीं शनिवार को जब मीडिया ने उनसे इस बारे में जानकारी ली थी तो उन्होंने बताया था कि साइबर सेल से जानकारी की गई तो पता चला कि ये पुरानी फोटो है। फेसबुक आइडी भी बंद हो चुकी है। उन्होंने भी जांच कर कार्रवाई की बात कही थी। ऐसे में सवाल है कि उनकी ओर से कोई कार्रवाई क्यों नहीं कराई गई।